दिनाँक 06 - 12 - 2024
।। ॐ स्रुवहस्ताय नमः ।।
परिपक्व
यह सच्चाई है कि मनुष्य उम्र बढ़ने के साथ-साथ वह शीध्र ही बुढ़ा या बुजुर्ग तो लगने लगता है परन्तु वह जीवन संघर्ष के उतार-चढ़ाव के अनुभवों के पहलुओं की गहनता को समझने के पश्चात ही विद्वान, परिपक्व या समझदार व्यक्त्ति बनता है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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