दिनाँक 16 - 12 - 2024
।। ॐ सुर्तीथाय नमः ।।
दिव्यता
आनन्दमय जीवन की दिव्यता व भव्यता अपने विभिन्न प्रकार के शानदार रंगो के एक अदृश्य रूप मे स्वतः ही निर्मित हो जाती है जब मोह या स्वार्थ ना रखते हुए सभी से निर्लिप्त भाव से सुदृढ़ सम्बन्ध स्थापित किए जाए।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें