दिनाँक 24 - 12 - 2024
।। ॐ गन्धधारिणे नमः ।।
आत्मचिंतन
यदि समय-समय पर मनुष्य अपने दृष्टिकोण पर पुनः विचार करे और परिस्थित अनुसार उनमे आवश्यक परिवर्तन करे तो वह अपने लक्ष्य को सहजता से प्राप्त कर सकता है तथा अपनी समाजिक स्वीकार्यता को बढ़ा सकता है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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