दिनाँक 12 - 01 - 2025
।। ॐ नियमाश्रिताय नमः ।।/
अपेक्षा
जिन लोगो ने हमे निराश किया है उनसे नाराज होने से पहले उनकी योग्यता, क्षमता व कुशलता और अपनी अपेक्षाओ के मध्य सही सामंजस्य का आंकलन अवश्य करना चाहिए । अन्त मे, निष्कर्ष यही निकलेगा कि दुसरो से अधिक अपेक्षाएं करना व्यर्थ है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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