दिनाँक 03 - 01- 2025
।। ॐ विश्वरूपाय नमः ।।/
खुशी
इस तथ्य को हम गम्भीरता से समझ लें कि सम्बन्ध, पद, सुन्दरता, वैभव, कार्य, धन आदि आदि से प्रसन्नता या खुशी नही मिलती बल्कि खुशी या आनन्द को अपने अन्दर खोज कर ही अनुभव किया जा सकता है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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