दिनाँक 28 - 01 - 2025
।। ॐ वराय नमः ।।/
आद्यात्मिक जीवन
आद्यात्मिक जीवन को प्रवीणता से यापन करने की कला की एक प्रमुख विशेषता होती है कि इसमे मनुष्य सभी से मधुर, जीवित और सात्विक सम्बन्ध बनाए रखता है परन्तु वह किसी के प्रति ना तो वह अनुरक्त्त होता है और ना ही वहआसक्त्त होता है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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