दिनाँक 20 - 01 - 2025
।। ॐ सोमाय नमः ।।/
नाराजगी
करीबी सम्बन्धों मे ही नाराजगी होती है । ये बहुत कोमल तथा अपनत्व के भाव से सराबोर होती है । छोटी-सी पहल या अपनत्व का हल्का स्पर्श मिलते ही यह समाप्त भी हो जाती है अन्यथा ये नाराजगी सम्बन्धो के टूटने का कारण बन जाती है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें