दिनाँक 30 - 01 - 2025
।। ॐ अत्र्या नमस्कर्त्रे नमः ।।/
ठेस
समझदार व परिक्व व्यक्ति जब हमसे संबंध निभाना बंद कर दे या हमे नजरअन्दाज करना आरम्भ कर दे तब हमे स्वीकार करना चाहिए कि हमने अपने दोषपूर्ण व्यवहार या अनुचित भाषा - शैली के द्वारा उसके आत्मसम्मान को कहीं ना कहीं गहरी ठेस अवश्य पहुँची है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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