दिनाँक 13 - 02 - 2025
।। ॐ महारेतसे नमः ।।/
सार्थकता
वक्त्त को सिर्फ गुजार देने से ज़िन्दगी की सार्थकता हासिल नहीं होती है बल्कि जिन्दगी के प्रत्येक पल को सौम्य, ऊर्जावान और उत्सव बनाकर जीने के साथ-साथ अर्थपूर्ण लक्ष्य को सफलतापूर्वक हासिल करने से ही ज़िन्दगी की सार्थकता सिद्ध होती है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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