दिनाँक 16 - 02 - 2025
।। ॐ सर्वज्ञाय नमः ।।/
क्षमा
यह विस्मयकारी सत्य है कि अपनी गलतियां पर हम अपने आपको क्षमा करने के साथ-साथ अपने आपको बहुत अधिक प्यार भी करते है जबकि दुसरों को उनकी प्रथम गलती पर क्षमा करने के बजाय उनसे घृणा करना भी आरम्भ कर देते है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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