दिनाँक 06 - 02 - 2025
।। ॐ संवत्सरकराय नमः ।।/
चिन्तन
लग्न व तन्मयता के साथ किये गये प्रयासों के बाद भी असफलता का मिलना गम्भीर चिन्ता का विषय नही है क्योंकि इससे कमजोरियों का पता चलता है तथा सार्थक अनुभव भी मिलता है परन्तु उन अवसरो के बारे मे गम्भीर चिन्तन करना ज़रूरी है जिन्हें हम बिना प्रयास करें छोड़ देते है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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