दिनाँक 07 - 03 - 2025
।। ॐ सर्वभावकराय नमः ।।/
स्पष्टता
जब हम अपने विचार, भावना और पीड़ा को दुसरो के साथ स्पष्टता से व्यक्त करना आरम्भ करते है तब हमारी क्रोध करने की प्रवृत्ति भी धीरे-धीरे कम होने लगती है तथा जीवन भी सहज व मनमोहक लगने लगता है। अतः सहज रहने के लिए यह आवश्यक है कि हम सदैव स्पष्ट रहे ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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