दिनाँक 03 - 04 - 2025
।। ॐ ऋतवे नमः ।।/
व्यक्त्ति
यह व्यावहारिक अनुभव पर आधारित तथ्य है कि निश्चल बन्धुत्व, परिपक्व समन्वय व अथाह प्रेम उसी व्यक्त्ति से ही मिल सकता है जो नाराज होने के वाबजूद हमसे बात किये बिना नही रह सकता।
सुप्रभात🙏🌹
आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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