दिनाँक 10 - 04 - 2025
।। ॐ मात्राभ्यो नमः ।।/
ख़ामोशी
यदि हमारी भाषा की शैली मे मृदता, विद्वता और तर्कसंगत तथ्य का सदैव समावेश रहता है तो परिस्थित के विषय मे लोगो को हमारे विचार व दृष्टिकोण की जानकारी हमारी अर्थपूर्ण निःशब्द खामोशी के भी द्वारा हो जाती है ।
सुप्रभात🙏🌹
आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें