दिनाँक 13 - 04 - 2025
।। ॐ विश्वक्षेत्राय नमः ।।/
सीख
ज़िन्दगी की वास्तविक व्यवाहारिकता या उसकी सूक्ष्मता को समझना है तो कभी यह ना सोचे कि किसने कब, कैसे, कहाँ, और क्यों हमे धोखा दिया या हमारा साथ दिया बल्कि यह समझे व चिन्तन करें कि उसकी प्रतिक्रिया से हमे क्या सीख मिली ।
सुप्रभात🙏🌹
आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें