दिनाँक 24 - 04 - 2025
।। ॐ स्वर्गद्वाराय नमः ।।/
नीति
इस क्षणिक जीवन काल मे अपनी असफलता पर पछताने या उस पर चिन्ता करने की बजाय उससे अनुभव लेकर परिस्थिति को स्वीकारना चाहिए तथा काल्पनिक अपेक्षाओं को छोड़कर उपलब्ध विकल्प को अपनी कार्य योजना मे शामिल करना ही व्यवहारिक नीति है।
सुप्रभात🙏🌹
आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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