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क्षणभंगुर

दिनाँक 27 - 04 - 2025

   ।। ॐ त्रिविष्टपाय नमः ।।/

क्षणभंगुर 

जब हमे इस बात को समझ ले सकते है कि ज़िन्दगी की सभी अनुकूल व प्रतिकूल परिस्थिति की प्रवृत्ति व इनकी अवधि क्षणभंगुर ही है। तब हमारे व्यवहारिक निर्णय मे दया, करूणा, निर्लिप्तता, सात्विकता, सहजता आदि जैसे सद्गुण स्वतः शामिल हो जाते है जो हमे मानसिक शान्ति व ऊर्जा देती है ।

सुप्रभात🙏🌹
आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।

आदर सहित 
रजनीश पाण्डेय

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