दिनाँक 08 - 06 - 2025
।। ॐ वज्रिणे नमः ।।/
समय
समय ही हमारे अस्तित्व के प्रत्येक पक्ष को प्रामाणिकता से परिभाषित करता है यदि इसका सदुपयोग किया गया है तो सब कुछ हमारा है अन्यथा इसके दुरुपयोग होने पर हमारे पास सब कुछ होते हुए भी कुछ भी नही रहता ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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