दिनाँक 26 - 06- 2025
।। ॐ विश्वदेवाय नमः ।।/
क्षमा
जैसे ही हम दुसरो को उनकी गलती के लिए क्षमा करना या उससे हुए कष्ट व दुःख को भुलना आरम्भ करते है तो तुरन्त ही हमारे अन्दर दिव्य शक्त्ति का संचार होने लगता है और दुःख का प्रभाव भी पूर्णतः समाप्त हो जाता है । ऊर्जावान, शान्त और आद्यात्मिक जीवन स्वतः ही निर्मित होने लगता है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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