दिनाँक 06 - 06 - 2025
।। ॐ सुयुक्त्ताय नमः ।।/
आंकलन
मनुष्य की उपस्थिति मे कहे गये शब्द उसके व्यक्त्तित्व, प्रतिष्ठा या मान - सम्मान का विशुद्ध आंकलन नही करते है बल्कि इसका वास्तविक आंकलन उन शब्दों से होता है जो उसकी अनुपस्थिति में उसके सन्दर्भ मे प्रयोग किए जाते हैं |
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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