दिनाँक 04 - 08 - 2025
।। ॐ चर्मिणै नमः ।। 14
कटुता
हमारी किसी के विचारो के प्रति कटुता स्वतः ही खत्म हो जाती है जब हम यह समझ लेते है कि अपने विचारो को बदलने मे हमे कड़े अनुशासन, परिश्रम व तप की जरूरत पड़ती है तो दुसरा व्यक्त्ति भी अपने विचार सरलता से नही बदला सकता है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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