दिनाँक 10 - 08 - 2025
।। ॐ सर्वभूतहराय नमः ।। 20
प्रतियोगिता
जब भी मनुष्य की प्रतियोगिता स्वयम से खुद को बेहतर से बेहतर बनाने की हो जाती है तब उसके चारो ओर वातावरण मे उपस्थित प्रत्येक वस्तु और परिस्थिति की प्रतिक्रिया भी उसके अनुकूल व पक्ष मे होना आरम्भ हो जाती है जिसके परिणाम सुखद होते है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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