दिनाँक 17 - 08 - 2025
।। ॐ भगवते नमः ।। 28
मोह
यदि हम निर्लिप्त भाव से जीवन का अर्थपूर्ण आनन्द लेना चाहते है तो हम अपने आपको इतना व्यवस्थित, संयमित व प्रशिक्षित अवश्य करें कि उन सभी वस्तुओ का मोह हमे प्रभावित ना कर सके जिनके खोने का डर हमे उम्र भर सताये ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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