दिनाँक 24 - 08 - 2025
।। ॐ भूतभावनाय नमः ।। 35
नियन्त्रण
हम जब आवेश या गुस्से मे होते है तब हम परिस्थिति के सूक्ष्म से सुक्ष्म भाव को भी समझ नही पाते है इसके विपरीत जब हमारा चित्त शान्त होता है तो विपरीत परिस्थिति के सभी पहलूओ को सहजता से समझकर उचित प्रतिक्रया द्वारा आसनी से परिस्थिति को नियन्त्रित कर लेते है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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