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अनुभव

दिनाँक 31 - 10 - 2024    ।। ॐ  योगिने  नमः ।। दीपावली के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाये ।  अनुभव  प्रसन्न, हर्षित, ऊर्जावान और खुशीयों भरे आद्यात्मिक जीवन से अभिप्राय ऐसे जीवन से के अनुभव है जिसमे गरिमा, शिष्टता, आभार और वात्सल्य जैसी श्रेष्ठ मानवीय भावनाओ की उपस्थिति का आभाष सदैव महसूस किया जाता है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

प्रमाण-पत्र

दिनाँक 30 - 10 - 2024    ।। ॐ परमायतपसे  नमः ।। प्रमाण-पत्र  दीपावली के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाये ।  बिना सकारात्मक विचार व प्रयास के मिलने वाली सफलता मनुष्य के भाग्य का परिणाम होता है जबकि सकारात्मक दृष्टिकोण और लग्न से की गई कोशिशो से मिलनेवाली सफलता मनुष्य की विशुद्ध प्रतिभा का प्रमाण- पत्र होती है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

अस्तित्व

दिनाँक 29 - 10 - 2024    ।। ॐ  प्रमाणाय  नमः ।। अस्तित्व  आपसी सम्बन्धों की खूबसूरती व प्रगाढ़ता के स्थायित्व के लिए हम आपसी सामंजस्य, मिठास व समर्पण के स्तर को उस मुकाम तक ले जाये जहाँ सभी पक्ष समझे कि एक दुसरे के बिना उनका अस्तित्व कुछ भी नहीं है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

पश्चाताप

दिनाँक 28 - 10 - 2024    ।। ॐ  मन्त्राय   नमः ।। पश्चाताप  किसी के साथ दुर्व्यवहार करने या उसके सम्मान को ठेस पहुंचाने का पश्चाताप हमारे ह्रदय मे बना रहता है परन्तु समय पर अपनी सार्थक भूमिका को ना निभाने का पश्चाताप या ग्लानि हर पल उम्रभर हमे दुःखी करता है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

चिन्तन

दिनाँक 27 - 10 - 2024    ।। ॐ संवत्सरकराय  नमः ।। चिन्तन लग्न व तन्मयता के साथ किये गये प्रयासों के बाद भी असफलता का मिलना गम्भीर चिन्ता का विषय नही है क्योंकि इससे कमजोरियों का पता व सार्थक अनुभव मिलता है परन्तु उन मौकों के बारे मे गम्भीर चिन्तन ज़रूरी है जिन्हें बिना कोशिश किये ही हम छोड़ देते है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

गर्व

दिनाँक 26 - 10 - 2024    ।। ॐ  दीनसाधकाय  नमः ।। गर्व इस बात की कभी चिन्ता ना करें कि हमने कितनी गलतियां करी है या हमारे कार्य की गति औसत से भी धीरे है परन्तु यह सोचकर अवश्य गर्व करे कि हम उनसे कहीं बेहतर है जिन्होने अभी तक कोई कोशिश भी आरम्भ नही की । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

अधिकार

दिनाँक 25 - 10 - 2024    ।। ॐ  अदीनाय  नमः ।। अधिकार  दिन-भर ऊर्जावान और प्रसन्न रहने के लिए जरूरी है कि हम जब सुबह उठे तो अपने आप पर गर्व करें कि हमे बहुमुल्य अधिकार मिला है कि हम जीवित है; सोच सकते है: आनन्द ले सकते है और लोगो को प्यार कर सकते है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

असीम सम्भावना

दिनाँक 24 - 10 - 2024    ।। ॐ  घोरतपसे  नमः ।। असीम सम्भावना जब तक मनुष्य अपने अनचाहे डर, स्वार्थ व बन्धनों की काल्पनिक सीमाओं को तोड़ नहीं देता तब तक वह अपने अन्दर छुपी प्रतिभा या असीम सम्भावनाओ को ना तो निखार सकता है और ना ही उसका आनन्द ले सकता है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

परिणाम

दिनाँक 23 - 10 - 2024    ।। ॐ महातपसे नमः ।। परिणाम  यह अकाट्य सत्य है कि बिना किसी अपेक्षा के निःस्वार्थ भाव किये गये निर्णयों और कृत्यों के परिणामों से भविष्य मे हमे किसी भी प्रकार की निराशा, कष्ट, पछतावा और दुःख का सामना नहीं करना पड़ता है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

प्राथमिकता

दिनाँक 22 - 10 - 2024    ।। ॐ  अनघाय  नमः ।। प्राथमिकता कभी - कभी उपलब्ध समय या अवसर पर अपने स्वयम के उपयोग के लिए प्राथमिकता व पूर्वाधिकार को बनाये रखिए । यह स्वार्थी व्यवहार या विचार नही है बल्कि समाज मे प्रथम पंक्त्ति मे बने रहने के लिए अति आवश्यक निर्णय है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

कला

दिनाँक 21 - 10 - 2024    ।। ॐ मृगबाणार्पणाय नमः ।। कला जीवन जीने की कला मे वही व्यक्त्ति वास्तव मे निपुण या प्रवीण है जो उन सभी अनुकूल व प्रतिकूल पलों की जिसकी उसने कभी आशा या इच्छा नही की थी उनका आनन्द भी पूर्ण प्रसन्नता से उठता है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

ठेस

दिनाँक  20 - 10 - 2024    ।। ॐ अत्र्या नमस्कर्त्रे नमः ।। ठेस समझदार व परिक्व व्यक्ति जब हमसे संबंध निभाना बंद कर दे या हमे नजरअन्दाज करना आरम्भ कर दे तब हमे स्वीकार करना चाहिए कि हमारे व्यवहार या भाषा के निम्न स्तर के कारण उसके आत्मसम्मान को कहीं ना कहीं हमसे ठेस अवश्य पहुँची है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

प्रमाण-पत्र

दिनाँक  19 - 10 - 2024    ।। ॐ अत्रये नमः ।। प्रमाण-पत्र शारीरिक व शैक्षिक योग्यता का प्रमाण पत्र केवल आवश्यक लिखित व शारीरिक परीक्षा उत्तीर्ण करने व शिक्षा-शुल्क की एक रसीद या पावती मात्र है जबकि हमारा व्यवहार ही यथार्थ रूप से उसे मूल्यांकित या उसका प्रतिनिधित्व करता है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

आद्यात्मिक जीवन

दिनाँक 18 - 10 - 2024    ।। ॐ वराय नमः ।। आद्यात्मिक जीवन  आद्यात्मिक जीवन को प्रवीणता से यापन करने की कला की एक प्रमुख विशेषता होती है कि इसमे मनुष्य सभी से मधुर, जीवित और सात्विक सम्बन्ध बनाए रखता है परन्तु वह किसी के प्रति ना तो अनुरक्त्त होता है और ना हीआसक्त्त होता है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

उपयोगिता

दिनाँक 17 - 10 - 2024    ।। ॐ ग्रहपतये नमः ।। उपयोगिता हमारी व्यवाहारिक कुशलता, उपयोगिता व सह्रदयता की प्रमाणिकता तभी स्पष्टता से उजागर होती है जब हमारी उपस्थिति से कोई व्यक्त्ति स्वयम के दुःख भुल जाए और अनुपस्थिति मे हमारी गैर-मौजूदगी को सभी महसूस करें । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

निःस्वार्थ

दिनाँक 16 - 10 - 2024    ।। ॐ ग्रहाय नमः ।। निःस्वार्थ  हमारे निःस्वार्थ प्रेम की परिभाषा सफलतापूर्वक तभी चरितार्थ होती है जब हम अपने हितैषी व बन्धु-बान्धव की चिन्ता शब्दों से नही बल्कि ह्रदय से करते है और उनसे अपना गुस्सा ह्रदय से ना करके सिर्फ शब्दों से ही व्यक्त्त करते है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

योगदान

दिनाँक 15 - 10 - 2024    ।। ॐ केतवे नमः ।।  योगदान  अपनी समाजिक स्वीकार्यता बढाने के साथ-साथ मानसिक शान्ति को बनाए रखने के लिए यह जरूरी है कि प्रत्येक व्यक्त्ति के छोटे-से-छोटे सकारात्मक योगदान के अहमियत की प्रशंसा व क़द्र करें । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

अनुमति

दिनाँक 14 - 10 - 2024    ।। ॐ शनये नमः ।। अनुमति सकारात्मक कार्य करने के लिए यश-अपयश की चिन्ता करने व किसी की अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि हम अपनी क्षमता, योग्यता व कुशलता का उपयोग करने के लिए निर्बाध रूप से सदा स्वतंत्र व स्वछंद है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

स्वतंत्र अधिकार

दिनाँक 13 - 10 - 2024    ।। ॐ  सूर्याय  नमः ।। स्वतंत्र अधिकार  मनुष्य को उचित निर्णय लेने व समाजिक सरोकारों का निर्वहन सफलतापूर्वक करना है तो उसे अपने जीवन मे किसी अनुभवी मित्र, हितैषी व सम्बन्धी को पूर्ण रूप से रोकने -टोकने, हस्तक्षेप करने व समझाने का स्वतंत्र अधिकार देना भी नितान्त आवश्यक है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय   

नई सुबह

दिनाँक 12 - 10 - 2024    ।। ॐ  चन्द्राय  नमः ।। नई सुबह विजयादशमी के पावन पर्व पर हार्दिक शुभकामनाएं! उम्र के आखिरी पल तक जीवन मे सब कुछ खत्म हो गया जैसा कुछ भी नही होता है इसलिए निराश होने की कोई वजह नही है क्योकि हमेशा एक नई सुबह हमारे आकर्षित भविष्य के लिए एक सुनियोजित प्रयास का बेसब्री से इन्तजार करती है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

विचार-विमर्श

दिनाँक 11 - 10 - 2024    ।। ॐ  नक्षत्रसाधकाय  नमः ।। दुर्गा अष्टमी व महा नवमी की हार्दिक शुभकामनाये विचार-विमर्श  सकारात्मक विषयों पर गुणीजनो से बिना तार्किक तथ्य पर आधारित विचार - विमर्श बेशकीमती और ज्ञानवर्धक होता है जो प्रतिकूल परिस्थितियो का सफलतापूर्वक सामना करने व उज्ज्वल भविष्य के निर्माण का आधार बनता है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

नाराज़गी

दिनाँक 10 - 10 - 2024    ।। ॐ  सोमाय  नमः ।। नाराजगी करीबी सम्बन्धों मे ही नाराजगी होती है । ये बहुत कोमल तथा अपनत्व के भाव से सराबोर होती है । छोटी-सी पहल या अपनत्व का हल्का स्पर्श मिलते ही यह समाप्त भी हो जाती है अन्यथा ये आपसी सम्बन्धो के टूटने का कारण बन जाती है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

लोग

दिनाँक 09 - 10 - 2024    ।। ॐ विशालाक्षाय  नमः ।। लोग ज़िन्दगी मे हमे अधिकतर ऐसे लोग मिलते है जिन्हें हमारा सब कुछ चाहिए परन्तु पूरी ज़िन्दगी मे कुछ लोग ही ऐसे मिलते है जिन्हे हमारी सम्पत्ति के बजाय सिर्फ हमारा साथ ही चाहिए । ऐसे लोगो का सदा विशेष ध्यान रखें । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

विचार

दिनाँक 08 - 10 - 2024    ।। ॐ सहस्राक्षाय नमः ।। विचार  हर विचार से शब्द बनता है । हर शब्द से प्रवृत्ति बनती है । प्रवृत्ति से संस्कार बनते है । अतः अपने विचार के प्रति सदा सजग रहे ताकि विचार से संस्कार तक की यात्रा उचित दिशा मे बनी रहे तथा आने वाली पीढ़ी के अनुकरणीय बने । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

स्वभाव

दिनाँक  07 - 10 - 2024    ।। ॐ निधये नमः ।। स्वभाव  जीवन-संघर्ष के दौरान मनुष्य के स्वभाव मे प्यार, त्याग, सामंजस्य व समर्पण का समावेश बना रहता है परन्तु थोड़ी-सी सम्पन्नता मिलते ही उसका स्वभाव स्वार्थी और संकीर्ण हो जाता है जिसकी परिणीति अवसादग्रस्त व एकाकी जीवन की होती है। इससे हमेशा सावधान रहे है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

स्वयम

दिनाँक 06 - 10 - 2024    ।। ॐ आदिकराय नमः ।। स्वयम  दायित्वों का निर्वहन सदा निष्ठावान और सचेत होकर जरूर करें परन्तु अपने स्वयम के लिए भी पर्याप्त समय अवश्य दें और उन सिद्धांतों व कार्यों को कभी भी नजरअंदाज ना करें तथा जिनसे खुद को आनन्द व प्रसन्नता मिलती हो। शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

मानव जीवन

दिनाँक 05 - 10 - 2024    ।। ॐ  आदये  नमः ।। मानव जीवन  इस नश्वर संसार मे कुछ भी स्थायी नही है यहाँ तक की हमारा अपना शरीर भी नश्वर है। अतः हर प्रतिकूल परिस्थिति तनाव मुक्त्त रहे और सिर्फ अपने दायित्वों को प्रसन्न होकर पूरा करने का प्रयास करें । आत्मचिंतन करें और सरल बने रहे । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

दृष्टिकोण

दिनाँक 04 - 10 - 2024    ।। ॐ  स्वयंभूताय  नमः ।। दृष्टिकोण  मनुष्य के ह्रदय मे आद्यात्मिक शान्ति व सन्तुष्टि की जब दिव्यता स्थापित हो जाती है तब हर प्रकार के दुःख-सुख, जय-पराजय या वैभव-पराभव के प्रति उसकी प्रतिक्रिया या दृष्टिकोण स्वतः ही समदर्शी हो जाता है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

अपेक्षा

दिनाँक 02 - 10 - 2024    ।। ॐ नियमाश्रिताय  नमः ।। अपेक्षा जिन लोगो ने हमे निराश किया है उनसे नाराज होने से पहले उनकी योग्यता, क्षमता व कुशलता और अपनी अपेक्षाओ के मध्य सही सामंजस्य का आंकलन अवश्य करना चाहिए । अन्त मे, निष्कर्ष यही निकलता है कि दुसरो से अधिक अपेक्षाएं करना व्यर्थ है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय