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ज्ञान

दिनाँक 18 - 07 - 2025    ।। ॐ भीमाय नमः ।।/ ज्ञान  जब मनुष्य को स्वयम की योग्यता, क्षमता, स्वभाव व सीमाओं का ज्ञान हो जाता है तो वह कभी भी इस बात को लेकर परेशान नही होता कि दुसरे मनुष्य उसके विषय मे क्या सोचते है या क्या राय रखते है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

आंकलन

दिनाँक 17 - 07 - 2025/    ।। ॐ प्रभवे नमः ।। आंकलन  मनुष्य के वैभव व पात्रता के स्तर का आंकलन इस पर निर्भर नही करता कि उसके के पास कौन - कौन सी दुर्लभ वस्तुऐ व शैक्षिक योग्यताएं है बल्कि यह इस पर निर्भर करता है कि उसके विचार, स्वभाव, चरित्र तथा व्यवहार की प्रकृत्ति मे क्या - क्या सम्मिलित है। शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

स्वास्थ्य

दिनाँक   16 - 07 - 2025    ।। ॐ स्थाणवे नमः ।। स्वास्थ्य  अच्छे स्वास्थ्य से अभिप्राय केवल उत्तम शारीरिक सौष्ठव तक सीमित नहीं होता है बल्कि इसकी विस्तृत अवधारणा के अन्तर्गत सौम्य व तथ्यपरक भाषा शैली का सतत् प्रयोग के साथ साथ दृष्टिकोण मे सकारात्मक व उच्च कोटि के विचारों का मनन्  व चिन्तन भी शामिल होता है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

जीवन

दिनाँक 15 - 07 - 2025    ।। ॐ स्थिराय नमः ।।/ जीवन  सभी का जीवन बहुत सुन्दर व लाजवाब होता है । अपने अनुभव व प्रयासों से मनुष्य इसको अपने लिए महत्वपूर्ण व कीमती भी बनाते है परन्तु कुछ मनुष्य ही अपने कर्मों व प्रयासों से आने वाली पीढ़ी के लिए अपने जीवन को अनुकरणीय व यादगार बना पाते है। शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

जिम्मेदार

दिनाँक   14 - 07- 2025    ।। ॐ जगते नमः ।।/ जिम्मेदार  मनुष्य का किसी भी जाति, धर्म या वर्ग मे जन्म नियति व देव योग पर ही निर्भर करता है उसके लिए वह स्वयम जिम्मेदार नही होता है परन्तु जिस चरित्र, किरदार व व्यक्त्तित्व के साथ वह विदा होगा उसके लिए वो ही जिम्मेदार होता है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

भूल

दिनाँक  13 - 07 - 2025    ।। ॐ श्रीवर्धनाय नमः ।। भूल अपने गलत निर्णय, भूल या चूक के लिए पछताने  से बेहतर है कि हम अपने आप में आवश्यक सुधार करें क्योंकि वर्तमान मे इन सबको बदला, भूला, सुधारा और मिटाया तो नही जा सकता है परन्तु इनसे सबक लेकर भविष्य मे निर्णय उचित लिए जा सकते है ।    शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

उत्तरदायित्व

दिनाँक  12 - 07 - 2025    ।। ॐ श्रीमत्ते नमः ।। उत्तरदायित्व  अवसाद की स्थिति से निकलने या जीवन मे नवीन सर्जन करने के लिए दुसरो की जिन्दगी के अनुभव से प्ररेणा तो मिल सकती है परन्तु सार्थक प्रयास करने का दृढ़संकल्प का उत्तरदायित्व हमारी आन्तरिक शक्त्ति पर ही निर्भर करता है शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

निर्णय

दिनाँक   11 - 07 - 2025    ।। ॐ मुक्त्ततेजसे नमः ।। निर्णय  विकट परिस्थितियों मे मनुष्य का अनुकूल निर्णय के लिए उचित अवसर का इन्तजार और उसका सन्तुलित व तटस्थ व्यवहार उसकी पलायनवाद नीति या कमजोरी को नही दर्शाता बल्कि ये उसकी दूरदर्शिता व संघर्ष क्षमता का परिचायक है जो जीवट प्रकृत्ति के मनुष्य मे ही होती है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

समझ

दिनाँक   10 - 07 - 2025    ।। ॐ विमुक्त्ताय  नमः ।। समझ यह व्यावहारिक सच्चाई है कि संवाद की अस्पष्ट शैली होने के बावजूद सभी मनुष्य सरलता से अपने हित की बातों के हर पहलू को अक्षरश समझ जाते है जबकि स्पष्ट शैली मे समाजिक व राष्ट्रीय सरोकार से सम्बन्धित बातों के भावों को वो समझने मे अपनी असमर्थता व्यक्त्त करते है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

लक्ष्य

दिनाँक  08 - 07 - 2025    ।। ॐ ब्रह्मणे नमः ।।/ लक्ष्य  यदि लक्ष्य उपयोगी, सुन्दर व समाजिक सरोकार से सम्बन्धित है तो असम्भव होने के बावजूद इसके लिए प्रयास करना अति आवश्यक है और यदि लक्ष्य प्राप्त करने का मार्ग सरल व लुभावना हो तो प्रयास करने से पहले लक्ष्य के विषय मे सोचना भी नितान्त आवश्यक है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

प्रतिक्रिया

दिनाँक  07 - 07 - 2025    ।। ॐ परस्मै नमः ।।/ प्रतिक्रिया मनुष्य जितना प्रतिक्रिया देने से बचेगा उतना ही उसका जीवन शान्त व सौम्य होगा क्योंकि प्रतिक्रिया की आवश्यकता केवल विचारो का विरोध व निषेध करने के लिए ही होती है जो केवल वैमनस्य उत्पन्न करती है जबकि अपेक्षित सहमति  अर्थपूर्ण मौन रहकर भी दी जा सकती है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

कमजोरी

दिनाँक  06 - 07 - 2025    ।। ॐ व्रताधिपाय नमः ।।/ कमजोरी अवसादग्रस्त जीवन से बचने के लिए व  ऊर्जावान जीवन के लिए यह जरूरी है कि हम अपनी कमजोरियों को ह्रदय से स्वीकार करें । यह भी समझे कि कोई भी व्यक्त्ति परिपूर्ण नही है । समयानुसार धीरे-धीरे अपनी कमियों को खत्म करने का प्रयास भी अवश्य जारी रखें  ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

जीवन

दिनाँक  05 - 07- 2025    ।। ॐ शुचये नमः ।।/ जीवन  जीवन की सीमा केवल हमारे अपने आप या स्वयम तक सीमित नही है । ये समाजिक ताने-बाने का एक महत्वपूर्ण भाग है जिसमे एक-दुसरे के सुख-दुःख मे निःस्वार्थ भाव से हिस्सेदारी को निभाना भी सम्मिलित है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

गलतियां

दिनाँक  04 - 07- 2025    ।। ॐ सत्यव्रताय नमः ।।/ गलतियां गलतियां हमेशा कष्टदायी व पीड़ादायक होती है जो हमे लक्ष्य से दुर करती है परन्तु कुछ समय पश्चात इन गलतियां से मिला विशुद्ध अनुभव व ज्ञान ही हमारे व्यक्त्तित्व की परिपक्वता का एक अहम हिस्सा बन जाती है जो हमे भविष्य के लिए व्यवाहारिक ज्ञान व सीख देती है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

संगति

दिनाँक  03 - 07- 2025    ।। ॐ अचिन्त्याय नमः ।।/ संगति  संसार मे विभिन्न प्रकार की प्रकृत्ति के असंख्य व्यक्त्तियों का अस्तित्व मौजूद है परन्तु हमे सरल, सहज और ऊर्जावान जीवन के लिए ऐसे व्यक्त्तियों की संगति मे ही गुजारना चाहिए जिनके साथ हम यह समझे कि हमारा सम्बन्ध एक दुसरे के लिए नितान्त जरूरी है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

धर्म

दिनाँक  02 - 07- 2025    ।। ॐ सिद्धभूतार्थाय नमः ।।/ धर्म  सात्विक, सदभाव, सकारात्मक व करूणा भाव से परिपूर्ण कर्म के बिना धर्म की परिभाषा अपूर्ण है अर्थात धर्म का अस्तित्व कर्म से उत्पन्न होता है । अतः सद्कर्म के बिना धर्म की कोई परिभाषा नही है । यही धर्म का आध्यात्मिक व दार्शनिक पहलू है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय