दिनाँक 18 - 07 - 2025 ।। ॐ भीमाय नमः ।।/ ज्ञान जब मनुष्य को स्वयम की योग्यता, क्षमता, स्वभाव व सीमाओं का ज्ञान हो जाता है तो वह कभी भी इस बात को लेकर परेशान नही होता कि दुसरे मनुष्य उसके विषय मे क्या सोचते है या क्या राय रखते है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित रजनीश पाण्डेय