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जून, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

निर्लिप्त भाव

दिनाँक  01 - 07 - 2024    ।। ॐ तपोमयाय  नमः ।। निर्लिप्त भाव  मनुष्य नंगे बदन अन्तहीन शुन्य से आकर  अपनी हर इच्छा को पूरा करने के लिए जीवन पर्यन्त संघर्ष मे व्यस्त रहता है। अन्त मे सबकुछ छोड़कर अन्तहीन शुन्य मे जाने के लिए विवश हो जाता है । अतः राग-द्वेष छोड़कर सन्तुष्ट जीवन के लिए निर्लिप्त भाव को जीवित रखिए ।  सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

डर

दिनाँक  30 - 06 - 2024    ।। ॐ सर्वदेवाय नमः ।। डर यदि हमारे विचार, दृष्टिकोण व व्यवहार  समयानुकूल, पूर्वाग्रह रहित एवम सकारात्मक है तो हमे कुछ भी खोने का डर नही होता है परन्तु यह सकता है कि नकारात्मक प्रवृत्ति व दुराग्रह से पीड़ित लोग हमसे सम्बन्ध खत्म कर दें या हमारी मित्रता खो दें । सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

आध्यात्मिक शान्ति

दिनाँक  29  - 06 - 2024    ।। ॐ  सुक्ष्माय  नमः ।। आध्यात्मिक शान्ति सौम्य, सन्तुष्ट और ऊर्जावान जीवन का मूल स्त्रोत आध्यात्मिक शान्ति का मनुष्य के आन्तरिक चेतना मे स्थित होना आवश्यक है । आध्यात्मिक शान्ति ही मनुष्य को सुख-दुःख को निर्लिप्त भाव से जीना सिखाती है तथा विशुद्ध रूप से आध्यात्मिक यात्रा की राह को प्रशस्त करती है । सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

समय

दिनाँक  28 - 06 - 2024    ।। ॐ  अग्रवराय  नमः ।। समय कोई भी समय उचित या अनुचित नही होता है । वह केवल एक अवसर होता है । हमे जिसका अपने सार्थक प्रयासो के साथ सटीक समन्वय बनाकर पूर्ण तन्मयता से अपनी आवश्यकता के अनुसार वांछित लक्ष्य प्राप्त करने के लिए उपयोग करना होता है । सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

विमर्श

दिनाँक  27 - 06 - 2024    ।।  ॐ  विबुधाय  नमः  ।। विमर्श  प्रत्येक परिस्थिति मे बिना किसी से विमर्श किए हम अपने निर्णय को ही सही समझने के आदी है तो हमारी परिपक्वता व अनुभव की गुणवत्ता मे धीरे-धीरे क्षरण होने लगता है जिसके कारण भविष्य मे हमारे निर्णयों की सामयिकता व उपयोगिता मे भी प्रश्न-चिन्ह लग जाता है । सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

बहस

दिनाँक  26 - 06 - 2024    ।। ॐ  नरऋषभाय  नमः ।। वाद-विवाद  यदि आप अपनी परछाई से भी ज्यादा विश्वसनीय हितैषी व सहयोगी बन्धु चाहते है तो ऐसे लोगों से कभी वाद-विवाद ना करे जिन्हे आप बहुत पसन्द करते है फिर चाहे इसमे आपकी जीत हो या हार हो । सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

प्रार्थना

दिनाँक  25  - 06 - 2024    ।।  ॐ  देवसिंहाय  नमः ।। प्रार्थना प्रार्थना या आध्यात्म मे नियमित रूप से समय देने से ईर्ष्या, अवसाद, असुरक्षा व क्रोध जैसे अवगुण खत्म हो जाते है और हमारे व्यक्त्तित्व मे जीवटता, दृढ़ता, धैर्य, दूरदर्शीता आदि सदगुण स्वतः ही शामिल हो जाते है। जो हमे सौम्य व उर्जावान जीवन देते है। सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

चुनौतीयाँ

दिनाँक  24 - 06 - 2024    ।। ॐ व्यघ्राय  नमः ।। चुनौतीयाँ  चुनौतीयाँ ही हमारी निरन्तर प्रगति का आधार है। ये ज़िन्दगी को जीवन्त, रोमांचक व रसदार बनाती है। इनका सामना करना ही हमारे जीवन की अर्थपूर्ण सार्थकता को प्रमाणित करता है। अतः इनसे कभी विचलित ना हो । सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

अवसर

दिनाँक  23 - 06 - 2024    ।। ॐ हस्तीश्र्वराय नमः ।। अवसर यदि हम अपने व्यक्त्तित्व को दुसरों से बेहतर या अलग बनाना चाहाते है तो हमे जब भी कोई भी व्यक्त्ति मुसीबत मे दिखाई तो हम उसका निःस्वार्थ भाव से हर सम्भव सहयोग करने के अवसर का उपयोग पूर्ण तत्परता के साथ करें । सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

क्षमा

दिनाँक  22 - 06 - 2024    ।। ॐ इड्याय  नमः ।। क्षमा यह पूर्णतः समझ ले कि प्यार, प्रेम मुहब्बत और सदभाव की अवधारणा को हम अपने व्यवहार मे तबतक नही अपना सकते है जबतक हम दुसरों को क्षमा करने की भावना व शक्त्ति को आत्मसात ना कर लें । सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

कृत्य

दिनाँक  21 - 06 - 2024    ।। ॐ  अमराय  नमः ।। कृत्य  किसी को भी हम  दुःख, कष्ट या नुकसान ना पहुंचाए क्योंकि कष्ट भोगने वाला व्यक्त्ति भविष्य मे सुखी एवम सम्पन्न हो सकता है परन्तु हम उम्रभर अपने इस कृत्य  के लिए दुःखी रहेगें और अपने आपको कोसते रहेगें । सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

सुधार

दिनाँक  20 - 06 - 2024    ।। ॐ  नीरजाय  नमः ।। सुधार  जीवन के परिवर्तनशील चक्र  मे समस्याएं कभी भी तटस्थ नही रह पाती है। अतः इनसे विचलित ना हो। इनके सकारात्मक पक्ष को समझे कि ये भविष्य को सुखद बनाने मे हमारी परिपक्वता और अनुभव मे गुणात्मक सुधार की प्रक्रिया को मजबूती देती है।  सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

उपहार

दिनाँक  19 - 06 - 2024    ।। ॐ  विरजाय  नमः ।। उपहार   कठिनाइयां व चुनौती जब सम्मुख होती हैं तो कष्ट देती हैं परन्तु हमारी संघर्षपूर्ण प्रतिक्रिया हमे सन्तोष, आनन्द व  आत्मबल का ऐसा उत्तम उपहार दे जाती है  जो उन कष्टों दुःखों की तुलना में हजारों गुना मूल्यवान व बेहतर होता है। सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

भाग्य व कर्म

दिनाँक  18 - 06 - 2024    ।। ॐ वैद्याय  नमः ।। भाग्य व कर्म जीवन मे अधिकतर निराशा तभी होती है जब हम भाग्य व झूठ से ज्यादा अपेक्षा व विश्वास करने लगते है या उस पर निर्भर हो जाते है। जबकि कर्मनिष्ठता व सत्यनिष्ठता द्वारा हम सन्तुष्ट, सौम्य व ऊर्जावान जीवन यापन करते है । सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

परिवर्तन

दिनाँक  17  - 06 - 2024    ।।  ॐ  त्रिविक्रमाय  नमः ।। परिवर्तन  जीवन का पूरा आनन्द लेना है तो हम यह समझे कि जन्म से लेकर अन्त तक लगातार अनेको परिवर्तनों का गठजोड़ ही जीवन है।अतः इ से ह्रदय से स्वीकार करें। जीवन के सकारात्मक पल  हमको सफलता  दिलाएगें और नकारात्मक पल सफल होने  के गुण सिखाएगें है । सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

धैर्य

दिनाँक  16 - 06 - 2024    ।। ॐ उद्भिदे नमः ।। धैर्य  सफल व्यक्त्ति के गुणों मे जीवन की मुश्किल परिस्थितियों का सामना करने के लिए एक अतिरिक्त्त महत्वपूर्ण सदगुण धैर्य भी शामिल होता है । कुछ समय के लिए विराम लेकर वह शान्त व संयत होकर अनुकूल अवसर का उपयोग करता है । सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

पहचान

दिनाँक  15 - 06 - 2024    ।। ॐ  आत्मसंभवाय  नमः ।। पहचान  हमारे चरित्र, किरदार और व्यक्त्तित्व के सकारात्मक पहलू के विषय मे सभी लोगो को पता होना इतना महत्वपूर्ण नही है बल्कि वे हमे क्यो पहचानते है, हमे कितना आदर देते है इसको हमे समझना ज्यादा महत्वपूर्ण है । सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

ज़िन्दगी

दिनाँक  14 - 06 - 2024    ।। ॐ  देवतात्माने  नमः ।। ज़िन्दगी  संघर्षमय जिन्‍दगी का यह खूबसूरत या विरोधाभासी पहलू है कि किसी को भी यह पता नही चलता है कि कौन चुपचाप पर्दे के पीछे रहकर दुर से ही हमारा सहयोग कर रहा है और कौन साथ मे रहकर भी हमे धोखा दे रहा है । सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

योगदान

दिनाँक  13 - 06 - 2024    ।।  ॐ  अचिन्त्याय नमः  ।। योगदान  कभी - कभी मनुष्य के  विचार, व्यवहार और कर्म सब अच्छे होते है परन्तु फिर उसे आलोचना व बदनामी का सामना करना पड़ता है क्योंकि वह यह समझ नही पाता है उसे कब अपना योगदान देना है और कब शान्त बैठना है ।  सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

इन्तज़ार

दिनाँक  12  - 06 - 2024    ।। ॐ  सर्वदेवमयाय  नमः ।। इन्तजार  मनुष्य की भाषा-शैली, योग्यता, अनुभव के बीच आदर्श समन्वय और विषय-वस्तु के ज्ञान का सर्वश्रेष्ठ स्तर ही महफिल मे लोगो को उसकी उपस्थिति का इन्तजार की बैचनी को बनाए रखता है और उसको सुनने की उत्सुकता की सीमा को निर्धारित करता है सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

आंकलन

दिनाँक  11 - 06 - 2024    ।। ॐ देवासुरमहेश्र्वराय नमः ।। आंकलन  अकूत धन-बल या अनगिनत सफलताएं हमारे व्यक्त्तित्व का विशुद्ध आंकलन नहीं करती बल्कि  हमारे व्यक्त्तित्व का विशुद्ध आंकलन इस तथ्य पर ही आधारित होता है कि हमने कितने लोगो के जीवन स्तर मे वृद्धि या सुधार किया है और अपने अनुभव व संचित पूँजी से कितने लोगो की सहायता की है । सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

लक्ष्य

दिनाँक  10 - 06 - 2024    ।।  ॐ विश्र्वाय नमः  ।। लक्ष्य  सम्भव लक्ष्य को हासिल करने के लिए केवल योग्यता, क्षमता और व्यवाहारिक ज्ञान की आवश्यकता होती है जबकि नामुमकिन या असम्भव लक्ष्य को हासिल करने के लिए इन सबके अतिरिक्त हमे आत्मविश्वास व दृढ़ता की नितान्त आवश्यकता होती है ।  सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

उपयोग

दिनाँक  09 - 06 - 2024    ।। ॐ देवासुरेश्र्वराय  नमः ।। उपयोग ज़िन्दगी की राह सहज, सरल, ऊर्जावान और सौम्य लगने लगती है यदि हम प्रत्येक नए दिन को एक मनमोहक उपहार समझे और उसका उपयोग गत दिवसों से बेहतर करने की प्रवृत्ति को अपनी कार्य-योजना मे शामिल करें । सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

आंकलन

दिनाँक  08 - 06 - 2024    ।। ॐ देवासुरवरप्रदाय नमः ।। आंकलन  यदि मनुष्य अपनी आत्मशक्त्ति के स्तर का विशुध्दता के साथ आंकलन करना चाहते है तो वह सिर्फ स्वयम यह देखे कि उसकी दुसरों को मुआफ करने की क्षमता, योग्यता व धैर्य का स्तर कितना है । सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

सुखी

दिनाँक  07 - 06 - 2024    ।। ॐ  देवर्शये  नमः ।। सुखी चाहे किसी भी वर्ग या स्तर का व्यक्त्ति हो  यदि वो खुश, सन्तुष्ट और सुखी है तो यह इस तथ्य को इंगित करता है कि उसने अपनी इच्छाओ पर नियन्त्रण कर लिया है और अपने दुःखों से ऊपर उठकर जीना सीख लिया है । सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

असम्भव

दिनाँक  06 - 06 - 2024    ।। ॐ  देवातिदेवाय  नमः ।। असम्भव  असम्भव कार्य के सभी पहलूओ को इस प्रकार परिभाषित कर सकते है कि असम्भव वह नही जो हम नही कर सकते है बल्कि असम्भव वह है जो हम करना नही चाहते या जिसके लिए हमारे पास पर्याप्त योग्यता नही या जिसके लिए हमे अपने प्रयासो पर विश्वास नही है । सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

सत्य

दिनाँक  05 - 06 - 2024    ।। ॐ देवासुर गणागृण्यै  नमः ।। सत्य  सत्य को जानने वाला व्यक्त्ति नम्र व धैर्यशील होता है जो सम्बन्धों को स्थायित्व देने की हर कोशिश करता है जबकि अहंकारी व्यक्त्ति सत्य को स्वीकार नही करता है उसका व्यवहार सम्बन्धों मे कटुता व वैमनस्यता का भाव पैदा करता है । सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

स्तर

दिनाँक  04 - 06 - 2024    ।। ॐ  देवासुरगणाध्यक्षाय  नमः ।। स्तर यह विचार मन-मस्तिष्क व ह्रदय मे कभी ना आने दे कि हम दुसरों से अधिक बेहतर बुद्धिमान, योग्य, या प्रतिष्ठित व्यक्त्ति है । क्योंकि हमारा नम्रता, सरलता व सहजता से युक्त्त व्यवहार ही हमारी वास्तविक गुणवत्ता के स्तर को आंकलित करता है । सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

सम्बन्ध

दिनाँक  04 - 06 - 2024    ।। ॐ  नमः ।। सम्बन्ध  समभाव व निःस्वार्थ भाव की आपसी व्यवहार मे अनुपस्थिति ही सम्बन्धों मे कटुता व मनमुटाव को उत्पन्न करती है परन्तु इनकी उपस्थिति सम्बन्धों को स्थायित्व देने के साथ-साथ आपसी निःस्वार्थ प्यार को मजबूती देती है । सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

विकल्प

दिनाँक  03 - 06 - 2024    ।। ॐ देवासुर गणाश्रयाय नमः ।। विकल्प  जब कोई व्यक्त्ति हमारे तर्कसंगत विचारों पर सहमत होने के बजाय विवाद पैदा करने मे आमादा हो तब परिस्थित को नियंत्रित करने और वातावरण को सहज व  सामान्य बनाए रखने के लिए खामोश रहना ही श्रेयस्कर विकल्प होता है  सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय 

प्राथमिकता

दिनाँक 02 - 06 - 2024    ।। ॐ देवासुर महामात्राय नमः ।। प्राथमिकता किसी भी क्षेत्र मे विजय प्राप्त करने की क्षमता व योग्यता सभी व्यक्त्ति मे होती है । अहंकारी व दम्भी व्यक्त्ति हर स्थिति मे केवल विजय पसन्द करता है जबकि धीर व गम्भीर व्यक्त्ति सम्बन्धों को बनाए रखने के लिए समझोते को प्राथमिकता देता है । सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय