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दोस्ती

दिनाँक 01 - 03 - 2025    ।। ॐ गणपतये नमः ।। दोस्ती  यह दोस्ती की अवधारणा का दार्शनिक पहलु है कि दुनिया मे सबसे समझदार दोस्तों की जोड़ी के स्वभाव की प्रकृत्ति कभी भी एक जैसी नही होती है परन्तु दोनों के बीच आपसी तालमेल, समझौते, समर्पण और सहमति का स्तर सदैव सर्वश्रेष्ठ व सर्वोत्तम रहता है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

कार्य

दिनाँक 28 - 02 - 2025    ।। ॐ गणकर्त्रे नमः ।।/ कार्य  सौम्य, सुन्दर और सकारात्मक कार्य करते रहिये फिर चाहे इनका सज्ञान लेने वाले मनुष्यों की संख्या अधिक हो या कम हो लेकिन यह अकाट्य सत्य है कि अच्छे कार्य का प्रभाव सभी लोगो के ह्रदय मे अपनी अमिट छाप या अलग अस्तित्व सदैव बनाए रखता है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

आलोचना

दिनाँक 27 - 02 - 2025    ।। ॐ अबलोगणाय नमः ।।/ आलोचना आलोचना सोच समझकर करें क्योंकि सार्वजनिक रूप से मनुष्य की गई आलोचना उसको अपमानित व पीड़ा पंहुँचाती है और एकांत में उसे बताने पर यही आलोचना मार्गदर्शक बनकर उसमे आवश्यक सुधार व उत्साहवर्धन करती है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

प्रवृत्ति

दिनाँक 16 - 11 - 2024    ।। ॐ बलवीराय नमः ।। प्रवृत्ति यह हमेशा याद रखे कि कुछ नया करने की प्रवृत्ति व साहस ही हमारे जीवन को अर्थपूर्ण व ऊर्जावान बनाए रखती है इसके विपरीत डर या पलायनवादी प्रवृत्ति एक ऐसा अनैतिक व विषम चक्र है जो हमे ऊबाऊ और नीरस ज़िन्दगी जीने को मजबूर कर देता है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

शान्ति

दिनाँक 24 - 02 - 2025    ।। ॐ स्वयंश्रेष्ठाय नमः ।।/ शान्ति जो विचार व कार्य-योजना हमारी मानसिक शान्ति को सुदृढ करें सिर्फ उसी पर ही अपना ध्यान केंद्रित करें । लोग क्या कहेंगें इसको नजरअंदाज करे क्योंकि मानसिक शान्ति ही मनुष्य को सदैव तरो-ताजा व ऊर्जावान बनाए रखती है ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

जीवन

दिनाँक 23 - 02 - 2025    ।। ॐ विश्वरूपाय नमः ।।/ जीवन  सौम्य, प्रसन्न व खुशियों से भरा जीवन कोई मंजिल, लक्ष्य या मुकाम नहीं है बल्कि यह जीवन जीने की ऐसी कला या तरीका है जो मनुष्य के अपने संतोष, त्याग व समर्पण की भावना से ओत-प्रोत निर्णयो ल प्रयासो के द्वारा स्वतः ही निर्मित होता है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

मक्कड़-जाल

दिनाँक 20 - 02 - 2025    ।। ॐ अनिमिशाय नमः ।।/ मक्कड़-जाल मनुष्य का क्रोधी स्वभाव ही उसके अपने चारों ही ऐसा नकारात्मक व अशोभनीय मक्कड़-जाल बुनता जाता है जिसमे वह स्वयम ही दिन-प्रतिदिन फँसता, उलझता व पछताता रहता है और जीवन की दौड़ मे भी पिछड़ता जाता है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

योगदान

दिनाँक 22 - 02 - 2025    ।। ॐ उमापतये नमः ।।/ योगदान मनुष्य की ज़िन्दगी के उतार-चढ़ाव के संघर्ष के स्तर का आंकलन उसके द्वारा किए गए परिवारिक, समाजिक व राष्ट्रीय उत्तरदायित्व के प्रति उसके अपने योगदान के अनुसार ही निर्धारित किया जाता है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

प्रेम व मानवता

दिनाँक 21 - 02 - 2025    ।। ॐ नीलकण्ठाय नमः ।।/ प्रेम व मानवता प्रेम व मानवता के सिद्धांतों को अपने चरित्र मे शामिल करना है तो हमें सर्वप्रथम हमे अपनी प्रिय से प्रिय वस्तुओ को सहजता से खोने और उन्हें खोकर मुस्कराते हुए जीवन यापन करने की कला मे दक्षता को हासिल करना आवश्यक है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

सहज

दिनाँक 19 - 02 - 2025    ।। ॐ दशबाहवे नमः ।।/ सहज सहज व निष्फिक्र रहने के लिए यह समझना आवश्यक है कि जब समस्या को सुलझाया जा सकता है तब अकर्मण्य रहने की कोई आवश्यकता नही है और जब समस्या को सुलझाया नही जा सकता तब परेशान रहने से क्या लाभ है । अतः सदा सकारात्मक विचार के साथ रहे और उसे जिएं । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

सम्बन्ध

दिनाँक 17 - 02 - 2025    ।। ॐ सुबीजाय नमः ।।/ सम्बन्ध  आद्यात्मिक शान्ति, प्रसन्नता व संतोष का सात्विक वातावरण मनुष्य को तभी स्थायी रूप से प्राप्त होता है जब उसका प्रकृत्ति के सूक्ष्म से सूक्ष्म पहलू की गहराईयों के बोध से उसका अटूट सम्बन्ध स्थापित हो जाए । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

निर्भीक जीवन

दिनाँक  18 - 02 - 2025            ।। ॐ  बीजवाहनाय  नमः ।।/ निर्भीक जीवन  निर्भीक, सौम्य व सहज जीवन मनुष्य तभी हासिल कर सकता है जब वह यह समझ लें कि उसके मन-मस्तिष्क मे तथाकथित असुरक्षा की भावना और डर उसकी अपनी काल्पनिक सोच का ही परिणाम है जबकि उनका वास्तविक अस्तित्व कही नही है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

क्षमा

दिनाँक 16 - 02 - 2025    ।। ॐ  सर्वज्ञाय  नमः ।।/ क्षमा यह विस्मयकारी सत्य है कि अपनी गलतियां पर हम अपने आपको क्षमा करने के साथ-साथ अपने आपको बहुत अधिक प्यार भी करते है जबकि दुसरों को उनकी प्रथम गलती पर क्षमा करने के बजाय उनसे घृणा करना भी आरम्भ कर देते है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

ताकत व कमजोरी

दिनाँक 15 - 02 - 2025    ।। ॐ  सुवर्णरेतसे  नमः ।।/ ताकत व कमजोरी कठिन परिस्थितियों और प्रतिकूल परिणामों का सहनशीलता से सामना करना ही हमारी परिपक्व दूरदृष्टि व असीम ताकत का परिचायक है जबकि हमेशा दुसरो से प्रतिशोध की भावना रखना हमारी सबसे बड़ी कमजोरी को उजागर करता है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

परिणाम

दिनाँक 12 - 02 - 2025    ।। ॐ महाबीजाय नमः ।।/ परिणाम  मुश्किल समय मे अपनी मानसिकता को सहज व धैर्यशील बनाये रखे क्योंकि रोमांचकारी, विस्मयकारी अद्भुत और आसाधारण लक्ष्य दयनीय से दयनीय परिस्थितियो से सफलतापूर्वक गुजरने के बाद ही हासिल होते है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

सार्थकता

दिनाँक 13 - 02 - 2025    ।। ॐ महारेतसे नमः ।।/ सार्थकता वक्त्त को सिर्फ गुजार देने से ज़िन्दगी की सार्थकता हासिल नहीं होती है बल्कि जिन्दगी के प्रत्येक पल को सौम्य, ऊर्जावान और उत्सव बनाकर जीने के साथ-साथ अर्थपूर्ण लक्ष्य को सफलतापूर्वक हासिल करने से ही ज़िन्दगी की सार्थकता सिद्ध होती है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

नियन्त्रण

दिनाँक 11 - 02 - 2025    ।। ॐ योज्याय नमः ।।/ नियन्त्रण  प्रत्येक परिस्थिति और उसके परिणाम पर मनुष्य का नियन्त्रण नही होता है परन्तु यह सत्य है कि मनुष्य अपने स्वभाव, दृष्टिकोण व प्रवृत्ति पर वह पूर्ण नियंत्रण रख सकता है और उपलब्ध विकल्पों मे से अनुकूल विकल्प को चुनकर उसका प्रयोग करने पर पूर्ण नियंत्रण रख सकता है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

प्रणाम पत्र

दिनाँक 09 - 02 - 2025    ।। ॐ परमायतपसे नमः ।।/ प्रमाण-पत्र  बिना सकारात्मक विचार व प्रयास के मिलने वाली सफलता मनुष्य के भाग्य का परिणाम होता है जबकि सकारात्मक दृष्टिकोण और लग्न से की गई कोशिशो से मिलनेवाली सफलता मनुष्य की विशुद्ध प्रतिभा का प्रमाण- पत्र होती है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

अनुभव

दिनाँक 10 - 02 - 2025    ।। ॐ योगिने नमः ।।/ अनुभव  प्रसन्न, हर्षित, ऊर्जावान और खुशीयों भरे आद्यात्मिक जीवन से अभिप्राय ऐसे जीवन के अनुभव है जिसमे गरिमा, शिष्टता, आभार और वात्सल्य जैसी श्रेष्ठ मानवीय भावनाओ की उपस्थिति का आभाष सदैव महसूस किया जाता है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

पश्चाताप

दिनाँक 07 - 02 - 2025    ।। ॐ मन्त्राय नमः ।।/ पश्चाताप  किसी के साथ दुर्व्यवहार करने या उसके सम्मान को ठेस पहुंचाने का पश्चाताप हमारे ह्रदय मे बना रहता है परन्तु समय पर अपनी सार्थक भूमिका को ना निभाने का पश्चाताप या ग्लानि हर पल उम्रभर हमे दुःखी करता है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

अस्तित्व

दिनाँक 08 - 02 - 2025    ।। ॐ  प्रमाणाय  नमः ।।/ अस्तित्व  आपसी सम्बन्धों की खूबसूरती व प्रगाढ़ता के स्थायित्व के लिए हम आपसी सामंजस्य, मिठास व समर्पण के स्तर को उस मुकाम तक ले जाये जहाँ सभी पक्ष समझे कि एक दुसरे के बिना उनका अस्तित्व कुछ भी नहीं है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

चिन्तन

दिनाँक 06 - 02 - 2025    ।। ॐ संवत्सरकराय नमः ।।/ चिन्तन लग्न व तन्मयता के साथ किये गये प्रयासों के बाद भी असफलता का मिलना गम्भीर चिन्ता का विषय नही है क्योंकि इससे कमजोरियों का पता चलता है तथा सार्थक अनुभव भी मिलता है परन्तु उन अवसरो के बारे मे गम्भीर चिन्तन करना ज़रूरी है जिन्हें हम बिना प्रयास करें छोड़ देते है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

गर्व

दिनाँक 05 - 02 - 2025    ।। ॐ दीनसाधकाय नमः ।।/ गर्व इस बात की कभी चिन्ता ना करें कि हमने कितनी गलतियां करी है या हमारे कार्य की गति औसत से भी धीरे है परन्तु यह सोचकर अवश्य गर्व करे कि हम उनसे कहीं बेहतर है जिन्होने अभी तक कोई कोशिश भी आरम्भ नही की । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

अधिकार

दिनाँक 04 - 02 - 2025    ।। ॐ अदीनाय नमः ।।/ अधिकार  दिन-भर ऊर्जावान और प्रसन्न रहने के लिए जरूरी है कि हम जब सुबह उठे तो अपने आप पर गर्व करें कि हमे बहुमुल्य अधिकार मिला है कि हम जीवित है; सोच सकते है: आनन्द ले सकते है और लोगो को प्यार कर सकते है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

परिणाम

दिनाँक 02 - 02 - 2025    ।। ॐ महातपसे नमः ।।/ परिणाम  यह अकाट्य सत्य है कि बिना किसी अपेक्षा के निःस्वार्थ से भाव किये गये निर्णयों और कृत्यों के परिणामों से भविष्य मे हमे किसी भी प्रकार की निराशा, कष्ट, पछतावा और दुःख का सामना नहीं करना पड़ता है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

असीम सम्भावना

दिनाँक 03 - 02 - 2025    ।। ॐ घोरतपसे नमः ।।/ असीम सम्भावना जब तक मनुष्य अपने अनचाहे डर, स्वार्थ व बन्धनों की काल्पनिक सीमाओं को तोड़ नहीं देता तब तक वह अपने अन्दर छुपी प्रतिभा या असीम सम्भावनाओ को ना तो निखार सकता है और ना ही उसका आनन्द ले सकता है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय