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जून, 2025 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

मित्र

दिनाँक   01 - 07 - 2025    ।। ॐ सिद्धार्थाय नमः ।।/ मित्र कोई व्यक्त्ति स्वयं आकर हमारी समस्याओं को हल करें ऐसी अपेक्षा हम किसी भी व्यक्त्ति से कभी ना करें परन्तु ऐसे मित्रों की संगत व तलाश अवश्य जारी रखें जो समस्याओं का सामना हमे कभी अकेले ना करने दे । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

सन्तुष्टि

दिनाँक 30 - 06- 2025    ।। ॐ नियमेन्द्रिवर्धनाय नमः ।।/ सन्तुष्टि अनवरत उम्मीदें मनुष्य को जीवन का आनन्द लेने के बजाय उसे निरन्तर व्यस्त व बैचेन रखती है । इसके विपरीत सन्तुष्टि मनुष्य को स्थिर, शान्त, सहज व आनन्दित जीवन प्रदान करती है तथा वह उसे आध्यात्म के लिए भी प्रेरित करती है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

संकल्प

दिनाँक   29 - 06- 2025    ।। ॐ स्थावराणां पतये नमः ।।/ संकल्प  जब हम लक्ष्य हासिल करने का संकल्प लेते है तब अन्य लोगों के मन-मस्तिष्क मे और अपने ह्रदय के अन्दर भी कार्य के सम्पन्न होने की एक आशा को जन्म देते है ।  इसी क्रम मे, जब धीरे-धीरे संकल्प पूर्ण होता है तब अपने व्यक्त्तित्व प्रति सभी पक्षों का हम अटूट विश्वास भी अर्जित कर लेते है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

सम्बन्ध

दिनाँक  28 - 06 - 2025    ।। ॐ ब्रह्मवर्चसाय नमः ।।/ सम्बन्ध  जब हम आपसी सम्बन्धों की विश्वसनीयता को समझने की कोशिश करते है तब सम्बन्ध स्थायी नही रह पाते है परन्तु जब सम्बन्धों की सार्थकता को हम समझ लेते है तो ये स्थायी बन जाते है फिर इसकी विश्वसनीयता की कोई आवश्यकता रहती । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

दृष्टिकोण

दिनाँक  27 - 06 - 2025    ।। ॐ हरिणाय नमः ।।/ दृष्टिकोण  कभी-कभी दुसरों की गलती को नजरअन्दाज करने से मन की शान्ति यथावत बनी रहती है क्योंकि दुसरों की मूल प्रकृत्ति को हम कभी नहीं बदल सकते है इसलिए अपने ही दृष्टिकोण को धीरे - धीरे बदलना बेहतर होता है ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

क्षमा

दिनाँक 26 - 06- 2025    ।। ॐ विश्वदेवाय नमः ।।/ क्षमा जैसे ही हम दुसरो को उनकी गलती के लिए क्षमा करना या उससे हुए कष्ट व दुःख को भुलना आरम्भ करते है तो तुरन्त ही हमारे अन्दर दिव्य शक्त्ति का संचार होने लगता है और दुःख का प्रभाव भी पूर्णतः समाप्त हो जाता है । ऊर्जावान, शान्त और आद्यात्मिक जीवन स्वतः ही निर्मित होने लगता है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

विश्वास

दिनाँक   25 - 06- 2025    ।। ॐ ललाटाक्षाय नमः ।।/ विश्वास  हमारे पास कुछ भी नहीं है या हम पूर्ण रूप से सम्पन्न है इसको कभी भी महसूस या स्वीकार ना करें परन्तु अपने ऊपर इतना गर्व व विश्वास जरूर करें कि हमारे पास जो भी वह हमने अपने प्रयासो से हासिल किया है तथा सभी कुछ अपने प्रयासो द्वारा हम हासिल कर सकते हैं । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

अवसर

दिनाँक  24 - 06- 2025    ।। ॐ सर्वसाधनाय  नमः ।।/ अवसर जब हम अपनी योग्यता व क्षमता के अनुसार वर्तमान दिन का कुछ नवीन सर्जन के लिए सदुपयोग करते है तो हमारे लिए प्रत्येक दिन खूबसूरत, ऊर्जावान व अनुकूल अवसर बन जाता है  फिर चाहे यह प्रयास प्रारम्भिक अवस्था के लिए हो । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

अवसर

दिनाँक  23 - 06- 2025    ।। ॐ विरामाय नमः ।।/ अवसर इस तथ्य को पूर्णता के साथ समझे कि पूर्वाग्रह से प्रेरित होकर या जानबूझकर कोई गलत काम करने के लिए कोई भी समय ऊचित अवसर नही होता परन्तु गलती सुधारने के लिए सभी समय प्ररेक व अनूकुल अवसर होते है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

प्रार्थना

दिनाँक  22 - 06 - 2025    ।। ॐ सुरगणाय नमः ।।/ प्रार्थना प्रभु से प्रार्थना करने के लिए पवित्र स्थल, पावन पल और स्वच्छ शरीर की आवश्यकता नही होती है । प्रार्थना उसी पल स्वतः ही फलीभूत हो जाती है जब निःस्वार्थ भाव से प्रभु से किसी के हित के लिए हम दुआ या सहयोग करते है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

आत्मविश्वास

दिनाँक 21 - 06- 2025    ।। ॐ अभिरामाय नमः ।।/ आत्मविश्वास  आत्मविश्वास की विशुद्ध परीक्षा तभी होती है जब हम एक ऐसे विपरीत मुकाम पर होते है कि सफलता हासिल करने के लिए पूरी क्षमता, धैर्य और योग्यता को पूर्ण निष्ठा व लग्न के साथ एक अतिरिक्त प्रयास की आवश्यकता होती है शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

आत्मविश्वास

दिनाँक  21 - 06- 2025    ।। ॐ अभिरामाय नमः ।।/ आत्मविश्वास  आत्मविश्वास की विशुद्ध परीक्षा तभी होती है जब हम एक ऐसे विपरीत मुकाम पर होते है कि सफलता हासिल करने के लिए पूरी क्षमता, धैर्य और योग्यता के साथ अतिरिक्त प्रयास की आवश्यकता होती है शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

बेहतर

दिनाँक 20 - 06- 2025    ।। ॐ निरामयाय नमः ।।/ बेहतर सार्थक प्रयासों के बावजूद असफलता मिलने पर निष्क्रिय बैठने से यह हर लिहाज मे बेहतर है कि ऊर्जावान, प्ररेक, संघर्षशील व जीवट ज़िन्दगी के लिए हम पुनः नए विकल्पों पर पूर्ण शक्त्ति के साथ प्रयास आरम्भ करें । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

कला

दिनाँक 19 - 06 - 2025    ।। ॐ राजराजाय नमः ।। कला यह हमेशा ध्यान रखिए कि अपने सामर्थ्य, विचारो व प्रयासों की सीमा की परिधि मे जीवन का आनन्द लेना ही सौम्य, स्वछंद, ऊर्जावान, सन्तुष्ट व उत्कर्ष्ट जीवन जीने की एकमात्र सर्वोत्तम कला है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

प्रभाव

दिनाँक 18 - 06- 2025    ।। ॐ बभ्रुवे नमः ।।/ प्रभाव लगातार अपने मष्तिष्क को अपने विचारो से प्रेरित करते रहने से हमारे आत्मविश्वास मे स्वतः ही सुधार होता रहता है जिसका सकारात्मक प्रभाव हम अपने प्रयासो के परिणामो मे स्पष्टता से महसूस करते है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

ज्ञान

दिनाँक 17 - 06- 2025    ।। ॐ श्रृङ्गप्रियाय नमः ।।/ ज्ञान  बौद्धिक विकास की प्रक्रिया मे जब छोटी छोटी बातों को सीखते है तो यह विश्वास होने लगता है कि हम बहुत कुछ जानते है लेकिन जब बड़े बड़े विषयों को समझने का प्रयास करते है तो हम महसूस करते है कि हमारा ज्ञान अल्प है ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

सन्तुलन

दिनाँक 16 - 06- 2025    ।। ॐ श्रृङ्गिणे नमः ।। संतुलन  ऊर्जावान, संयत व गम्भीर निर्णय के लिए विचार, दृष्टिकोण व आत्मविश्वास मे आदर्श संतुलन का होना आवश्यक है इसके लिए जरूरी है कि मनुष्य अपनी विगत सफलताओ व असफलताओ को अपने मष्तिष्क और ह्रदय पर हावी ना होने दे । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

व्यवहार

दिनाँक 15 - 06- 2025    ।। ॐ सर्वपावनाय नमः ।।/ व्यवहार  अच्छे परिधान सिर्फ बाह्य सुन्दरता को खूबसूरत से खूबसूरत बना सकते है जबकि अच्छा व्यवहार ज़िन्दगी को सौम्य, सुन्दर, सुखद व ऊर्जावान बनाये रखता है ।  जिसकी सभी लोग प्रसंसा करते है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

स्तर

दिनाँक 14 - 06- 2025    ।। ॐ पवित्राय नमः ।।/ स्तर  खुबसुरत व सौम्य जीवन का स्तर इस पर निर्भर नही करता कि हमारी योग्यता व भौतिक सम्पदा का स्तर कैसा है बल्कि इस पर निर्भर करता है कि हमने अपनी योग्यता व भौतिक सम्पदा के प्रत्येक पहलू का उपयोग कैसे किया है और उसका आनन्द कितना लिया है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

ढूंढ

दिनाँक  13 - 06- 2025    ।। ॐ निजाय सर्गाय नमः ।।/ ढूंढ  जब भी मनुष्य दुसरे व्यक्त्ति के अन्दर कुछ भी बेहतर ढूंढने मे कामयाब हो जाता है तो यह भी स्पष्ट है कि उसने अपने अन्दर भी बेहतर से बेहतर कुछ ढूंढ लिया है और उसने स्वयम को भी समझना आरम्भ कर दिया है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

ज़िन्दगी

दिनाँक  12- 06- 2025    ।। ॐ कान्ताय नमः ।। ज़िन्दगी  सौम्य व हर्षित ऊर्जावान जिन्दगी अपने आप स्वतः ही नहीं मिल जाती है इस को हासिल करने के लिए मनुष्य को सात्विकता, कर्मठता, सत्यनिष्ठाता, लग्न व व्यवाहारिक निर्णयों की एक लम्बी सतत् प्रक्रिया से  गुजरना पड़ता है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

विजय

दिनाँक  11 - 06 - 2025    ।। ॐ गुहाय नमः ।।/ विजय वाद-विवाद या बहस से मिलने वाली क्षणिक विजय वास्तव मे अर्थहीन व खोखली ही होती है क्योकि इससे सामने वाले के विचार तो बिल्कुल नहीं बदलते हैं परन्तु उसके मन में स्थायी रूप से आपसी द्वेष एवं रिश्तों में दूरी अवश्य उत्पन्न हो जाती है l शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

जीवन

दिनाँक  10 - 06 - 2025    ।। ॐ अव्ययाय  नमः ।। जीवन  सर्वश्रेष्ठ जीवन तब बनता है जब हम अपनी छोटी से छोटी सफलता का आनन्द लेने का अन्दाज सीख जाते है ।  कष्टदायक जीवन तब बनता है जब हम अपनी असफलताओ का विश्लेषण या दोषारोपण करने मे व्यस्त हो जाते है ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

सत्यनिष्ठता

दिनाँक  09 - 06 - 2025    ।। ॐ प्रासानां प्रभवाय  नमः ।।/ सत्यनिष्ठता सत्यनिष्ठता मनुष्य को कुछ समय के लिए भौतिक सुखो से दूर तो रख सकती है परन्तु यह मनुष्य को जीवन्त, निर्भीक, संघर्षशील, सन्तुष्ट व जीवट व्यक्त्तित्व का स्थायी रूप से धनी भी बनाती है और यह मनुष्य की सर्वोच्च समाजिक स्वीकार्यता भी प्रदान करती है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

समय

दिनाँक   08 - 06 - 2025    ।। ॐ वज्रिणे नमः ।।/ समय समय ही हमारे अस्तित्व के प्रत्येक पक्ष को प्रामाणिकता से परिभाषित करता है यदि इसका सदुपयोग किया गया है तो सब कुछ हमारा है अन्यथा इसके दुरुपयोग होने पर हमारे पास सब कुछ होते हुए भी कुछ भी नही रहता । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

सदुपयोग

दिनाँक 07 - 06 - 2025    ।। ॐ शिभनाय नमः ।।/ सदुपयोग   जब जब मनुष्य ने अपनी क्षमता और आत्म विश्वास का सदुपयोग किया है उसने विकसित व प्रगतिशील दुनिया के निर्माण के लिए असीम सम्भावनाओ का एक पड़ाव तय किया है । अतः हम सभी अपनी शक्त्ति को जाने और उसका सदुपयोग करें । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

आंकलन

दिनाँक   06 - 06 - 2025      ।। ॐ सुयुक्त्ताय नमः ।।/ आंकलन  मनुष्य की उपस्थिति मे कहे गये शब्द उसके व्यक्त्तित्व, प्रतिष्ठा या मान - सम्मान का विशुद्ध आंकलन नही करते है बल्कि इसका वास्तविक आंकलन उन शब्दों से होता है जो उसकी अनुपस्थिति में उसके सन्दर्भ मे प्रयोग किए जाते हैं | शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

निर्लिप्त भाव

दिनाँक   05 - 06 - 2025    ।। ॐ तपोमयाय नमः ।।/ निर्लिप्त भाव  राग-द्वेष छोड़कर सन्तुष्ट जीवन के लिए अपने ह्रदय मे सदा निर्लिप्त भाव को जीवित रखिए क्योंकि  मनुष्य नंगे बदन अन्तहीन शुन्य से आकर अपनी हर इच्छा को पूरा करने के लिए जीवन पर्यन्त संघर्ष मे तो व्यस्त रहता है परन्तु अन्त मे सब कुछ छोड़कर अन्तहीन शुन्य मे जाने के लिए विवश हो जाता है ।  सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

डर

दिनाँक 04 - 06 - 2025    ।। ॐ सर्वदेवाय नमः ।।/ डर यदि हमारे विचार, दृष्टिकोण व व्यवहार की प्रकृत्ति समयानुकूल, पूर्वाग्रह रहित एवम सकारात्मक है तो हमे कुछ भी खोने का डर नही होता है परन्तु यह होना स्वाभाविक है कि नकारात्मक प्रवृत्ति व दुराग्रह से पीड़ित लोग हमसे सम्बन्ध खत्म कर दें या हमारी मित्रता खो दें । सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

आध्यात्मिक शान्ति

दिनाँक  03 - 06 - 2025    ।। ॐ सुक्ष्माय नमः ।।/ आध्यात्मिक शान्ति सौम्य, सन्तुष्ट और ऊर्जावान जीवन का मूल तत्व आध्यात्मिक शान्ति का मनुष्य की  आन्तरिक चेतना मे स्थित होना अति आवश्यक है । आध्यात्मिक शान्ति ही मनुष्य को सुख-दुःख को निर्लिप्त भाव से जीना सिखाती है  तथा विशुद्ध रूप से आध्यात्मिक यात्रा की राह को प्रशस्त करती है । सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय

समय

दिनाँक  02 - 06 - 2025    ।। ॐ अग्रवराय नमः ।।/ समय कोई भी समय उचित-अनुचित या अनुकूल-प्रतिकूल नही होता है । वह केवल एक अवसर होता है । हमे जिसका अपने सार्थक प्रयासो के साथ सटीक समन्वय बनाकर पूर्ण तन्मयता से अपनी आवश्यकता के अनुसार वांछित लक्ष्य प्राप्त करने के लिए उपयोग करना होता है । सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय