दिनाँक 01 - 04 - 2024 ।। ॐ उमाकान्ताय नमः ।। सुख-दुःख हमारी पीड़ा, दुःख और कष्ट की चुभन को पूरी शिद्दता से कोई भी महसूस नही कर सकता है और ना ही हमारे सुख, खुशी व प्रसन्नता की असीम गहराई का पूर्ण आनन्द ले सकता है । इसलिए सुख-दुःख के सभी पहलूओं को हम स्वयम सहजता से ग्रहण करें और दुसरों की प्रतिक्रिया को गम्भीरता से ना लें । सुप्रभात🙏🌹 आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित रजनीश पाण्डेय