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अन्तर्मन की स्थिति

दिनाँक   01 - 10 - 2022     ।। ॐ गवाम्पतये   नमः ।। उदग्विन, अवसाद, खिन्न और निराशापूर्ण जीवन को मधुर, रुचिपूर्ण, मनोहर, सौम्य , सरल और ऊर्जावान जीवन मे बदलने का एक ही मूल-मन्त्र है कि जब भी प्रतिकुल परिस्थितियों का बदलना असम्भव हो तो हम स्वयम अपने अन्तर्मन की स्थिति को ही बदलें तथा नए परिवेश को यथास्थिति  में ही स्वीकारें । शु भ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो ।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे ।  जय  शंकर जी की ।

चिन्ता व हल

दिनाँक  30  - 09 - 2022     ।। ॐ  षष्टिभागाय  नमः ।। दार्शनिक परन्तु व्यवहारिक कथन है कि मनुष्य को सदैव प्रसन्न रहना चाहिए क्योकि हमेशा चिन्ता आतुर या चिन्तित रहने से उसकी भविष्य की समस्या हल हो जाए यह तो जरुरी नहीं है परन्तु उसका आज का सुकून व चैन तो निश्चित ही चला जाता है। शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो ।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे ।  जय  शंकर जी की ।

दृष्टिकोण व भाषा

दिनाँक  29 - 09 - 2022     ।। ॐ  विशाखाय   नमः ।। हमारा नज़रिया या दृष्टिकोण सकारात्मक है तो हम विश्व की हर शै, वस्तु और परीस्थिति से प्यार व प्रेम करते हैं और संतुष्ट रहतें हैं । परन्तु यदि हमारी भाषा की शैली शालीनता,  मृदुलता और व्यवहारिकता से ओतप्रोत है तो समाज के सभी लोग हमे अपना प्यार , आदर, प्रेम, व मान-सम्मान स्वतः ही देने लगतें है । शु भ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो ।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे ।  जय  शंकर जी की ।

प्रयास व सफलता

दिनाँक  28 - 09 - 2022     ।। ॐ  महासेनाय  नमः ।। हमारे आकस्मिक, अनोपचारिक या लापरवाही से किये गये प्रयासों के कारण कभी भी सफलताएं हासिल नहीं होती हैं बल्कि सभी लक्ष्य हमारे द्वारा  गम्भीरता से किये गये सार्थक, उपयुक्त व अनुकूल प्रयासों के कारण ही हासिल होते है शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो ।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे ।  जय  शंकर जी की ।

मुस्कराहट की सर्वोच्चता

दिनाँक 27  - 09 - 2022    ।। ॐ अव्ययाय  नमः ।। हंसी व मुस्कराहट की सर्वोच्चता का मानक स्तर तभी परिभाषित होता है जब हम एक दूसरे की समस्या का हल करके फिर आपस में मिलकर  हँसते व मुस्कराते है ना कि दूसरे को समस्या में ग्रस्त देखकर उस पर कुटिलता से हँसते है शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।

व्यक्त्ति की प्रकृत्ति

दिनाँक  26 - 09 - 2022     ।। ॐ   मृदवे  नमः ।। शारदीय नवरात्रों की हार्दिक शुभकामनाएं । माँ दुर्गा अपनी कृपा  तथा आशीर्वाद आप व परिवार के सदस्यों पर सदा बनाए रखें तथा आपके सभी मनोरथ सिद्ध करें। हम इस व्यवहारिक तथ्य को समझे कि सभी व्यक्तियों की प्रकृत्ति, गुण - दोष और व्यक्तित्व की विशेषता एक दूसरे से बिलकुल पृथक होती है इसलिये किसी से ना तो प्रभावित हों औऱ ना ही किसी का अनुसरण करें। केवल अपने आप मे अनुकूल सुधार करते रहें ।  शु भ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो ।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे ।  जय  शंकर जी की ।

आत्मीय जीवन

दिनाँक  25 - 09 - 2022     ।।  ॐ  विपणाय  नमः  ।। सरल व सामान्य जीवन को आत्मीयता और सदभाव के साथ जीने के लिये यह जरूरी है कि  हम एक दूसरे की कमीयों व गलतियों को सुधारें ना कि एक दूसरे के कार्यो में गलतियां व कमियां निकल कर आपसी वैमनस्य और ईर्ष्या को बढ़ाकर वातावरण को बोझिल  बनायें  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो ।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे ।  जय  शंकर जी की ।

उदार प्रतिक्रिया

दिनाँक  24 - 09 - 2022     ।। ॐ  भिक्षुरूपाय नमः ।। यदि किसी व्यक्त्ति ने हमारा अहित किया हो फिर भी हम उसके हित के लिए उदार हृदय से विचार करें और आवश्यकता पड़ने पर  उसकी सहायता भी करें तो समाज में सभी व्यक्ति अपने ह्रदय में हमारे विषय में सकारात्मक व श्रेयस्कर विचार रखते हैं  तथा उनका दृष्टिकोण भी हमारे प्रति श्रेष्ठ व सकारात्मक होता है । शु भ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो ।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे ।  जय  शंकर जी की ।

विनयशील व नम्र व्यवहार

दिनाँक  23  - 09 - 2022    ।। ॐ  भिक्षवे  नमः ।। विनयशील औऱ नम्र व्यवहार के लिये आवश्यक है कि हमारी प्रवृत्ति, आदत व कर्म  में भाषा की शालीनता, एक- दुसरे का आदर करना, अपनी गलतियों के लिए क्षमा मांगना व दूसरे के सहयोग का शुक्रिया करना सदैव विद्यमान रहे । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।

प्रयास की समय अनुकूलता

दिनाँक  22  - 09 - 2022    ।। ॐ  सिद्धसाधकाय  नमः ।। यह असम्भव है कि भूतकाल में सम्पन्न अधूरे कार्यों व गलत निर्णय को सुधारकर हम अब उन्हें भूतकाल की आवश्यकता अनुसार उनको सामान्य या ठीक कर सकें परन्तु  किसी भी समय हम अपने भविष्य को अनुकूल प्रयासों से सुन्दर और आकर्षक बनाने की निश्चित रूप से शुरुआत कर सकते हैं। शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।

नई शरुआत

दिनाँक  21 - 09 - 2022     ।। ॐ   सिद्धार्थाय   नमः ।। भूतकाल में की गई अपनी सभी अनैतिक, अस्वभाविक तथा अव्यवहारिक गतिविधियों व कार्यों के लिये चिन्ता व दुःखी होने की कोई जरूरत नहीं है बल्कि अपने विचारों में सुधार ला कर नई शरुआत करें तथा वर्तमान में किये गये कार्यो का आनन्द लें और सन्तुष्ट रहें । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो ।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे ।  जय  शंकर जी की ।

परिवर्तन

दिनाँक  20 - 09 - 2022     ।। ॐ  महर्षये  नमः ।। परिवर्तन के लिये यह नितान्त आवश्यक है कि हम अपने सभी प्रयास, ऊर्जा और घ्यान कुछ नया सर्जन करने पर ही केंद्रित करें ना कि कोई पुरानी प्रक्रिया या अधूरे कार्य को पूर्ण करने पर लगायें ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो ।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे ।  जय  शंकर जी की ।

जीवन

दिनाँक  19 - 09 - 2022     ।। ॐ उन्मादाय  नमः ।। शान्त, धैर्यवान व सौम्य व्यक्त्ति ही वर्तमान के हर पल के आनन्द का लुत्फ़ उठा सकता है जबकि उदास व्यक्त्ति तो अपने भूतकाल को वर्तमान में जीता है और चिंतित व्यक्त्ति वर्तमान में सिर्फ अपने भविष्य के लिए व्यस्त रहता है शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो ।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे ।  जय  शंकर जी की ।

प्रमाणिकता

दिनाँक  18 - 09 - 2022     ।। ॐ  मदनाय   नमः ।। समाज में हमारे प्रभावशाली व्यक्तित्व और खूबसूरत ज़िन्दगी के आदर्श  सिंद्धांतों की समाजिक स्वीकार्यता  प्रमाणिक रूप से तभी  स्थापित होती है जब कोई भी व्यक्त्ति हमारी बुराई करें औऱ लोग उस पर तिल भर भी विश्वास ना करें । शु भ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो ।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे ।  जय  शंकर जी की ।

अच्छा और बुरा समय

दिनाँक  17 - 09 - 2022     ।। ॐ    कामाय    नमः ।। जीवन मे कभी कुछ ना भूलें फिर चाहे वो अच्छा समय हो या बुरा समय ।  अच्छा अच्छा ही होता है उसको महसूस करें और उसका आनन्द लें तथा प्रतिकूल समय या घटना भी एक अनुभव है जो हमारे सुखद भविष्य के लिए हमारा सचेतक, मार्गदर्शक, सबक और कई संभावनाओं का विश्वसनीय आधार है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो ।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे ।  जय  शंकर जी की ।

आँकलन

दिनाँक   16 - 09 - 2022     ।। ॐ अश्वत्थाय  नमः ।। हमारे विकास व काम करने की रफ्तार सुस्त, कमजोर व धीरे है तो भी हमें परेशान व विचलित होने की जरूरत नही है परन्तु हमारा अपने कर्तव्यों, अधिकारों व दायित्वों के प्रति जड़वत, अक्रियाशील, अविमुख और खामोश रहना निश्चित रूप से यह हमारी चिन्ता,  परेशानी व गम्भीरता का विषय होना ही चाहिये । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो ।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे ।  जय  शंकर जी की ।

जीवन की पूर्णता

दिनाँक   15 - 09 - 2022     ।। ॐ अर्थकराय नमः ।। सुखमय व मधुर जीवन कभी भी हमें पूर्ण  जीवन के अनुभव का बोध या आभास नहीं दे सकता है इसके लिए आवश्यक है कि हमारे जीवन में समस्याओं का सामना करने व उन्हें  सुलझाने  का  अनुभव  भी  शामिल हो । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो ।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे ।  जय  शंकर जी की ।

स्वीकार्यता व प्यार

दिनाँक   14 - 09 - 2022     ।। ॐ   यशसे   नमः ।। यदि मनुष्य को अपनी सामजिक स्वीकार्यता के शिखर और सभी  वर्गों से यथोचित प्यार व सम्मान को पाना है तो उसका अपने क्रोध में पूर्ण नियंत्रण  होना चाहिए तथा उसकी अपनी भाषा में हमेशा मृदुलता व शालीनता होनी चाहिये । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो ।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे ।  जय  शंकर जी की ।

सम्भव व असम्भव

दिनाँक  13 - 09 - 2022     ।। ॐ  वामदेवाय  नमः ।। असम्भव लक्ष्य को सरलता व सहजता से प्राप्त करने का एक ही सर्वमान्य व व्यवहारिक मार्ग है कि सर्वप्रथम हम अपने मन - मस्तिषक और ह्रदय में यह विश्वास स्थापित करें कि यह लक्ष्य सरल व सम्भव है जिसे सहजता से प्राप्त किया जा सकता है और हम इसके लिये पूर्ण रूप से उपयुक्त  व योग्य व्यक्त्ति है। शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो ।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे ।  जय  शंकर जी की ।

असफलताओ के बाद

दिनाँक  12 - 09 - 2022     ।। ॐ  वामाय  नमः ।। सब कुछ खोकर या असफलताओं के दौर के बाद भी यदि पूरे उत्साह, जीवटता और एकाग्रता से हम कुछ नया करने के लिये तत्पर या संघर्षशील हैं तो हमें यह समझ लेना चाहियें हम अपने भविष्य के सर्वोच्च उत्कृष्टता के स्तर को प्राप्त करने के बिल्कुल नजदीक है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो ।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे ।  जय  शंकर जी की ।

स्वभाव व कर्म की प्रासंगिकता

दिनाँक  11 - 09 - 2022     ।। ॐ  प्राचे  नमः ।। कभी भी किसी परिस्थिति मे दुर्जन, कपटी व दोषी व्यक्ति के समक्ष खेद व  पश्चाताप प्रकट ना करें क्योंकि हमारा स्वभाव व कर्म स्वयम ही हमारी सच्चाई या वस्तुस्थिति के बारे मे सभी को जानकारी दे देता है । सिर्फ हम अपने कर्तव्य व दायित्व का निर्वाहन ईमानदारी और निर्भीकता से ही करते रहें । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो ।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे ।  जय  शंकर जी की ।

प्रयास या कोशिश

दिनाँक   10 - 09 - 2022     ।। ॐ  दक्षिणाय  नमः ।। यह आश्चर्यजनक व विरोधाभाषी कथन है परन्तु व्यवहारिक सत्य से ओत - प्रोत है कि  हर कोशिश से व्यक्त्ति को सफलता प्राप्त हो जाए यह निश्चित या जरूरी नहीं है परन्तु उसकी प्रत्येक सफलता की प्राप्ति के मूल में एक सार्थक कोशिश की उपस्थिति अनिवार्य रूप में होती है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो ।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे ।  जय  शंकर जी की ।

असफ़ल व्यक्त्ति का अनुभव

दिनाँक   09 - 09 - 2022     ।। ॐ वामनाय नमः ।। यह विरोधाभाषी कथन है परन्तु व्यवहारिक है कि जितना ज्यादा समय हम असफल व्यक्त्ति के साथ व्यतीत करेंगें उतना ही हम सरलता से सफलता के नजदीक पहुंचेंगे क्योंकि उनके अनुभव की सूक्ष्म व व्यापक कड़ियाँ का विस्तृत प्रमाणिक व्यवहारिक ज्ञान हमें सफलता के पथ पर प्रत्येक पग पर आगे बढ़ने में हमारी सहायता करता है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो ।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे ।  जय  शंकर जी की ।

लक्ष्य

दिनाँक   08 - 09 - 2022     ।। ॐ  सिद्धयोगिने  नमः ।। जीवन की आपाधापी और कश्मकश से दूर हमारे जीवन का शान्त, मधुर  व प्यारा  एक ही लक्ष्य हो सकता है कि हम अपने गत दिवस से आज को बेहतर करने के लिये अपने सभी समर्थ प्रयास जारी रखे ना कि हम अपने आपको दूसरे से बेहतर करने के मकड़जाल में फंसकर अपने वर्तमान और भविष्य को, अशान्त, उद्गिवन व अवसादग्रस्त भरा बना दें । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो ।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे ।  जय  शंकर जी की ।

दयालुता

दिनाँक  07- 09 - 2022     ।। ॐ  विशाम्पतये  नमः ।। मनुष्य की शारीरिक खूबसूरती, सुन्दरता या बनावट का स्तर चाहे कितना भी निम्न स्तर का हो यदि उसके विचार व कर्म दयालुता के सिंद्धांत से पूर्णरूप से अभिप्रेरित या ओत-प्रोत है तो उसकी गणना  दुनियाभर के अतिसुन्दर व्यक्त्तियों की श्रेणी में की जाती है। शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो ।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे ।  जय  शंकर जी की ।

विपरित परिस्थिति का सकारात्मक पहलू

दिनाँक  06 - 09 - 2022     ।। ॐ  अतिदीप्ताय  नमः ।। विपरीत परिस्थितियां  जैसे धन की कमी, भूख की असहनीय पीड़ा और हितैषी का कपटी व्यवहार आदि के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण के रखने के कारण  मनुष्य को अपने भविष्य के लिये व्यय में मितव्ययिता, अतिरिक्त कार्य करने की प्ररेणा, धन अर्जन नीति में सुधार औऱ मित्र व दुश्मन के बीच स्पष्ट अन्तर जानने की महत्वपूर्ण सीख व सबक स्वतः ही प्राप्त हो जाता है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो ।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे ।  जय  शंकर जी की ।

व्यवहारिक अनुभव

दिनाँक  05 - 09 - 2022     ।। ॐ  पक्षरूपाय  नमः ।। प्रत्येक प्रतिकूल परिस्थिति, पीड़ा व कष्ट हमें एक व्यवहारिक अनुभव दे जाता है जो हमारे सुखद व सहज भविष्य के लिये हमे अपनी सभी कमजोरियों को दूर करने व अनुकूल सुधार करने की चेतावनी व उचित अवसर भी देता है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो ।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे ।  जय  शंकर जी की ।

उन्नति का पथ

दिनाँक  04 - 09 - 2022     ।। ॐ  पक्षिणे नमः ।। व्यक्ति प्रगति व उन्नति के पथ पर निरन्तर गतिशील रह कर अपनी सर्वश्रेष्ठ ऊंचाईयों या लक्ष्य को सरलता व सहजता से प्राप्त कर सकता है सिर्फ वह अपनी गलती व कमी को ह्रदय से स्वीकार करें तथा अपने में अनुकूल सुधार लाने के उचित प्रयास तुरन्त आरम्भ करे। शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो ।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे ।  जय  शंकर जी की ।

सात्विक मुस्कराहट

दिनाँक  03 - 09 - 2022     ।। ॐ  सहस्त्रदाय नमः ।। मनुष्य के शान्त व सौम्य जीवन के लिए चेहरे पर सात्विक, मधुर व निश्चल स्थायी  मुस्कराहट का होना बहुत आवश्यक है क्योंकि यह हमारी मनःस्थिति को सकारात्मक , ऊर्जावान और तनाव रहित बनाए रखने के साथ साथ हमारे व्यक्त्तिव की समाजिक स्वीकार्यता व आकर्षण में गुणात्मक सुधार करती है। शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो ।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे ।  जय  शंकर जी की ।

बुरा व अच्छा समय

दिनाँक  01 - 09 - 2022     ।। ॐ  सम्भग्नाय नमः ।। परिवर्तन मनुष्य के जीवन की सच्चाई है अतः दोनों ही बुरा या अच्छा समय हमेशा स्थायी रूप से हमारे साथ रहने वाला नहीं है।  इसलिए जीवन में प्राप्त सभी हंसी, मधुर व खुशी के पलों का भरपूर आनन्द लें तथा अपने जीवन के बुरें दौर में अपना धैर्य बनाकर रखें । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो ।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे ।  जय  शंकर जी की ।