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अप्रैल, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

जीवन की मधुरता

  दिनाँक  30 - 04 - 2022    ।। ॐ  तीक्षणातापाय  नमः ।।  यदि हम अपने  जीवन  को सरलता और मधुरता से  जीना चाहते  है तो  हम यह कभी भी  ना सोचें  कि  हम सबसे ज्यादा निपुण व बेहतर हैं  बल्कि हम सदैव  यह देखें कि हम अपने व्यक्तित्व में  कितना बेहतर से बेहतर ओर अधिक संचय  कर सकते हैं । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

कृतज्ञता

  दिनाँक  29 - 04 - 2022    ।। ॐ  संयुगापीडवाहनाय  नमः ।।  हमे उन सभी   व्यक्त्तियों के प्रति सदा  कृतज्ञ व आभारी होना चाहिए जिन्होंने हमे प्रसन्नता दी तथा हमारी आत्मा व हमारे विचारों को सात्विकता, आध्यात्मिकता तथा सरलता प्रदान की।  जिन्होने  हमारे जीवन को मनोहर, लावण्य,  मधुर, उर्जावान व जीवन्त बनाया। शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

सम्बन्धों की आत्मा

  दिनाँक  28 - 04 - 2022    ।। ॐ  यज्ञाय  नमः ।।  विश्वास ही आपसी सम्बन्धों की आत्मा और शरीर है। सम्बन्धों में विश्वास हो तो खामोशी व मौन के गूढ़ व सूक्ष्म अर्थ को भी सरलता से समझा जा सकता है और यदि इसका अभाव हो तो प्रत्येक शब्द पर गलतफहमी व सन्देह सदा बना ही रहता है शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

आशा व धैर्य

  दिनाँक 27 - 04 - 2022    ।। ॐ  हरये  नमः ।।  हमारी आशा, धैर्य तथा सकारात्मक प्रयास ही वास्तव मे वह महत्वपूर्ण व  शक्तिशाली शक्त्तियाँ है जो उन सभी परिस्थितियों में भी हमें प्रसन्न व सहज बनाए रखती है जो हमारे लिये निश्चित रूप से  प्रतिकूल, मुश्किल , असहज और  कठिन  परिस्थितियां होती है। शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

तटस्थता

 दिनाँक 26 - 04 - 2022    ।। ॐ  विष्वक्सेनाय नमः ।।  मनुष्य के लिये तटस्थ रहना हर स्थिति में सर्वथा अनुचित होता है। अतः उसे  समाजिक आवश्यकता के लिये अपना  मौलिक विचार और प्रतिक्रिया देना नितान्त जरूरी है। परन्तु यह हमेशा ध्यान रखे कि वह संयम, धैर्य, संस्कार , सभ्यता तथा भाषा की गरिमा का दामन कभी ना छोड़े। शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

वसुधैव्य नीति

 दिनाँक 25 - 04 - 2022    ।। ॐ  महाननाय नमः ।।  वसुधैव्य नीति व सामाजिक चेतना को विस्तारित व अपनाने के लिये सर्वप्रथम इस सिद्धांत को समझना आवश्यक है कि दूसरों की सहायता करने की प्रक्रिया में  मनुष्य को अपने आराम, खुशी व साधनों का एक हिस्से को पूर्ण मानसिकता के साथ त्यागना पड़ता है। शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

अहंकार या घमण्ड

 दिनाँक 23 - 04 - 2022    ।। ॐ  सूतीक्षणदशनाय  नमः ।।  हम सभी अहंकार या घमण्ड से सदैव बचे क्योंकि अहंकार का सबसे बड़ा दोष है कि ये कभी भी हमको यह महसूस ही नहीं होने देता की हम सरासर ग़लत है जो हमारी अधोगति, अपयश, अवनति  या विनाश का प्रमुख कारण बनता हैं।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

समाजिक मूल्य का चित्रण

  दिनाँक 22 - 04 - 2022    ।। ॐ  विभवे  नमः ।।  मनुष्य के  समाजिक मूल्य, उसकी मानवता व उसके उदार ह्रदय का चित्र पूर्ण रूप से तभी चित्रित होता है जब मनुष्य शक्तिशाली  होकर भी गलती करने वाले व कमजोर मनुष्य को दिल से क्षमा करें तथा स्वयम दरिद्र होकर भी निस्वार्थ भाव से जरूरतमन्द व्यक्त्ति को बिना किसी अपेक्षा  के दान करें ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

माधुर्य का सर्वोच्च स्तर

 दिनाँक 21 - 04 - 2022    ।। ॐ  वृक्षकर्णस्थितये नमः ।।  प्रसन्नता व माधुर्य का सर्वोच्च स्तर का साकार रूप हमारे चारों होने वाली घटनाओं से परिभाषित नहीं होता बल्कि हमारे अन्तःस्थ में होने वाली आध्यात्मिक विचार व सकारात्मक सोच की सृजनता से ही परिलक्षित होता है।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

लक्ष्य की अवस्थाएं

  दिनाँक 20 - 04 - 2022    ।। ॐ  न्यग्रोधाय   नमः ।। प्रत्येक लक्ष्य पूर्ण रूप से जब तक निष्पादित नहीं हो जाता तब तक ही वह असम्भव, मुश्किल या ना मुमकिन प्रतीत होता है। यदि हम अपने सार्थक व सामायिक प्रयास हम जारी रखें  तो कोई भी लक्ष्य असम्भव नही लगता है। अतः मुश्किल  असम्भव या सरल यह केवल लक्ष्य की अवस्थाएं ही है।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

वास्तविकता

 दिनाँक 19 - 04 - 2022    ।। ॐ  न्यग्रोधरूपाय   नमः ।।  दार्शनिक वक्तव्य " जो आदमी जमीन पर बैठते हैं उन्हें गिरने का डर नहीं होता " का गुढ़ व सुक्ष्म अर्थ है कि जो व्यक्ति अपनी योग्यता, कुशलता और अपने साधनों की सूक्ष्म व व्यापक सीमा की वास्तविकता को जानते हैं वे किसी भी प्रकार की बेचैनी या अनचाहे डर के बिना जीवन का सम्पूर्ण आनन्द सहज रूप से उठाते है।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

विचारो पर नियन्त्रण

दिनाँक 17 - 04 - 2022    ।। ॐ  गम्भीराय     नमः ।।  यह सत्य है कि मनुष्य का अपनी अनन्त इच्छाओ, अपेक्षाओं, आशाओं व  विचारो पर  नियन्त्रण नही हो सकता परन्तु मनुष्य का अपनी उन्नति, तरक़्क़ी व विकास के लिये यह अति आवश्यक है कि वह यह निश्चित करें  कि  उसके अपने मन-मस्तिष्क और ह्रदय पर इन सब का अनावश्यक नियन्त्रण, हस्तक्षेप या अतिक्रमण ना होने दें । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की । 

सहनशीलता

  दिनाँक 18 - 04 - 2022    ।। ॐ  गम्भीरबलवाहनाय   नमः ।।  सहिष्णुता या सहनशीलता का दिव्य या शाब्दिक अर्थ है कि मनुष्य अपनी मनः स्थिति, शब्द, भाषा और प्रतिक्रिया को  अपनी व्यवाहिरक कुशलता व  सामाजिक मूल्यों  को परिस्थितियों  की वांछनीय आवश्यकता के अनुकूल सर्वोच्च स्तर पर रखना ना कि सभी विपरित व्यवहार व स्थितियों  को सहन करना या अपने आपको अक्रियाशील बनाये रखना।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

कामयाब जीवन

 दिनाँक 16 - 04 - 2022    ।। ॐ  गम्भीरघोषाय  नमः ।।  सफल व कामयाब जीवन के लिये यह जरूरी है कि हमारे पास अच्छे व सज्जन व्यक्त्ति पर भी पूर्ण विश्वास करने के लिये आवश्यक व व्यवाहारिक अनुभव का आधार हो  । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

आनन्द का अनुभव

 दिनाँक 15 - 04 - 2022    ।। ॐ  अवराय  नमः ।।  यह सत्य है कि सभी कुछ हासिल करने के बाद भी हमे आध्यात्मिक आनन्द प्राप्त नही होता बल्कि हमारे अन्दर कुछ ओर अतिरिक्त पाने की अनन्त लालसा बढ़ जाती है जबकि आध्यात्मिक आनन्द का अनुभव प्राप्त करने के लिये सिर्फ़ उपलब्ध साध नों का केवल उपयोग करना ही पर्याप्त होता है जो हमारे व्यक्त्तित्व में सन्तोष के भाव को ओर अधिक मजबूती देता  है।   शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

छोटे-छोटे प्रयास

 दिनाँक 14 - 04 - 2022    ।। ॐ  अजिताय  नमः ।।  हमारे छोटे-छोटे से प्रयास यदि सतत, अविरत और निरन्तर रूप से हो तो हम  बड़े से बड़े लक्ष्य को  भी  निपूर्णता व उसकी भव्यता के साथ उसका साकार रूप देने में सक्षम होते हैं । अतः हम सभी छोटे-छोटे प्रयासों की अनुशासित श्रंखला को अपने जीवन अहम का हिस्सा बनायें । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

अनुभवपरक तथ्य

 दिनाँक 13 - 04 - 2022    ।। ॐ  अर्थाय  नमः ।।  यह सत्य व अनुभवपरक तथ्य है कि सार्थक प्रयासों के बावजूद हम  कुछ व्यक्तियों की जीवन-शैली,  विचार  व सोच को आवश्यक सामाजिक व्यवहारिक अनुकूलता के अनुसार मे बदल नहीं सकते है  अतः हम इसके लिये अपने ह्रदय को  व्यर्थ में नाहक़ व्यथित, दुःखी  व अशान्त ना करें बल्कि इसको पूर्णतः नज़रअन्दाज करते हुए अपनी सामान्य दिनचर्या में व्यस्त रहे । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

प्राथमिकता

  दिनाँक 12 - 04 - 2022    ।। ॐ  मुदिताय  नमः ।।  अपने ह्रदय व मन-मस्तिष्क की सात्विक व आध्यात्मिक असीम शान्ति के लिये हम सदैव उन्ही निर्णयों को प्राथमिकता दें जो हमारे ह्रदय को बेचैन,  उद्विग्न  व विचलित ना करें  तथा उनको साकार रूप देने के लिये हम अपने प्रयास भी निरन्तर जारी रखें । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

जीवन की सुन्दरता

 दिनाँक 11 - 04 - 2022    ।। ॐ  बलघ्ने  नमः ।।  हमारे जीवन की सुन्दरता,  सौम्यता व माधुर्य की सीमा  अपनी  उत्कर्ष स्तर पर तभी हो सकती है जब  हम दूसरों की आलोचना करने से बचे तथा उनके सद्गुणों की सरहाना करें और उन्हें अपने जीवन मे पूर्ण शिद्दत से अपनाये भी । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

विजय का वास्तविक आनन्द

 दिनाँक 10 - 04 - 2022    ।। ॐ  तेजोअपहारिणे नमः ।।  विजय का वास्तविक आनन्द  तभी महसूस होता है जब आप अपनी मौलिक जीवटता व शक्त्ति को आधार बना कर निरन्तर संघर्ष के द्वारा लक्ष्य को प्राप्त करते हैं ना कि दूसरों की कमजोरी व मज़बूरी के कारण अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल होते है। शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

विषम - चक्र

  दिनाँक 09 - 04 - 2022    ।। ॐ  मध्यमाय  नमः ।।  मानव जीवन के विषम - चक्र की हकीकत है कि दुनिया मे प्रत्येक मनुष्य जीवनभर सच्चे व सज्जन व्यक्त्ति की तलाश में भटकता फिरता है परन्तु स्वयम  सत्यपथ पर चलने व सत्यनिष्ठ होने से डरता और बचता रहता है। शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

मनुष्य का क्रोध

 दिनाँक  08 - 04 - 2022    ।। ॐ  सुसहाय  नमः ।।  मनुष्य का क्रोध पर बने रहने का अर्थ है कि स्वयं लगातार  ज़हर पीना और निश्चित रूप से अपना अहित, नुकसान  व  नाश करना तथा  यह आशा करना कि दूसरे व्यक्त्ति की मृत्यु व उसका नुकसान हो जो की सच्चाई   व यथार्थ से कोसो दूर है । अतः हम  सभी सदैव क्रोध से बचे । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

समाधान व निदान

 दिनाँक  07 - 04 - 2022    ।। ॐ  दक्षयगापहारिणे नमः ।।  समस्याओं , चुनोतियों व कठिनाईयों से घबराएं नहीं क्योंकि प्रत्येक समस्या में ही उसके उपयुक्त और सशक्त  समाधान व  निदान की उपस्थिति निहित या मौजूद होती है जिसको अनुकूल प्रयासों के द्वारा व्यवहारिक व साकार रूप देने से ही हमारा संभावित विकास व उन्नति निश्चित रूप से  हो पाती है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

आत्म- स्वाभिमानी पुरूष

  दिनाँक  06 - 04 - 2022    ।। ॐ  कामनाशकाय नमः ।।  आत्म- स्वाभिमानी पुरूष को अपने कर्तव्य व दायित्वों को निभाने के लिए  किसी प्रकार की सहायता की आवश्यकता नहीं होती क्योंकि उसे अपने स्रोतों व संसधानों को आवश्यकतानुसार उपयोग करने में दक्षता हासिल होती है इसके  साथ ही साथ  उसका  कोई निजी स्वार्थ या अन्य कोई  कारण  इसके पीछे निहित नहीं होता है।  शुभ प्रभात । आज  का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

आस्तिकता की पूर्णता

 दिनाँक  05 - 04 - 2022    ।। ॐ   घर्षणात्मने नमः ।।  आस्तिकता की पूर्णता तभी परिभाषित होती है जब हम यह समझने लगे हमे जो मिला है वह हमारी आवश्यकतानुसार प्रभु की इच्छा के कारण प्राप्त हुआ है तथा जो हमे हमारी इच्छा अनुरूप प्राप्त नही हुआ है वह भी प्रभु ने हमारे हित के कारण हमें नहीं दिया।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

सुख-दुःख के लिये उत्तरदायी

 दिनाँक  04 - 04 - 2022    ।। ॐ  अधर्षणाय नमः ।।  अपने सुख -दुःख के लिये   किसी   दूसरे  को दोषारोपित करने से पहले हम यह स्पष्ट रूप से समझे कि हमारा आपसी व्यवहार, सानिध्य, आत्मीयता और विचारों से  उत्पन्न सकारात्मक व नकारात्मक ऊर्जा ही हमारे सुख-दुःख के लिये पूर्ण  रूप से उत्तरदायी होती है।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

भविष्य का निर्धारण

  दिनाँक  03 - 04 - 2022    ।। ॐ अतीन्द्रियाय नमः ।।  वर्तमान समय में हमारे जीवन-संघर्ष की प्रकृत्ति ही हमारे भविष्य में हमारी सम्पन्नता, सम्रद्धि, और सुखद भविष्य की स्थिति को सूक्ष्मता के साथ उसके  प्रत्येक पहलू  या  पक्ष  को पूर्ण रूप से परिभाषित व निर्धारित करती है । अत: हम सभी  समय का  सदैव सुदुपयोग करें ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

साकारात्मक की सार्थकता

  दिनाँक  02 - 04 - 2022    ।। ॐ  यज्ञघ्ने  नमः ।।  साकारात्मक, अच्छे व विशुद्ध विचार तब ही अपनी सार्थकता स्थापित कर पाते हैं जब इनको विस्तारित, प्रचारित, अपनाने व साकार रूप देने के लिये आपेक्षित भावना व गम्भीरता के साथ आवश्यक प्रयास भी किये जायें। शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।