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जुलाई, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

पात्रता

 दिनाँक  01 - 08 - 2022    ।। ॐ   सर्पचीरनिवासनाय   नमः ।।  व्यर्थ में ही हम अपनी पात्रता व योग्यता के लिये जितने ज्यादा  दावे  और बयान पूर्ण निश्चितता, स्पष्टता व ऊंची आवाज से करते हैं जबकि सभी व्यक्त्ति हमारी पात्रता व योग्यता के स्तर की वास्तविक जानकारी  रखते हैं केवल हमें अपने व्यवहार में अपने विषय मे खामोश रहने की आवश्यकता है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

संघर्ष और सफलता

 दिनाँक  31 - 07 - 2022    ।। ॐ कत्रेऱ नमः ।।  कठिनाईयों , संघर्षों व मुश्किलों के सफ़र का सकारात्मक व मधुर पक्ष यह है कि साधारण व्यक्त्ति को भी भविष्य में असाधारण प्रतिभा के साथ उसे अकल्पनीय सफलता के  सर्वोच्च शिखर या सर्वोत्तम पायदान पर पहुंचा देता हैं। शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

अहित का विचार

  दिनाँक  30 - 07 - 2022    ।। ॐ निग्रहाय   नमः ।।  जब भी हम  किसी अन्य व्यक्त्ति के अस्तित्व , संवेदनाओ , अनुभूति या दुःखो  को अपने अन्तस् या ह्रदय में उसके यथार्थ स्वरूप में उसको महसूस करते है तो यह नितांत असम्भव है कि हम किसी का भी नुकसान या अहित करें । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

हार मे जय

 दिनाँक 29 - 07 - 2022    ।। ॐ   संग्रहाय  नमः ।।  जब भी कोई व्यक्ति अहम , दम्भ और अहंकार को अपने समक्ष रखकर या उसको प्राथमिकता दूसरे व्यक्ति  को  लड़ाई या विवाद मे पराजित कर देता है  तो वास्तव मे जीत पराजित व्यक्ति की ही होती है जो इसमें अहंकारी व्यक्ति से पराजित होता है। यही इस लड़ाई  के अंतिम परिणाम का विरोधाभासी गुढ़ रहस्य है शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

अवसर का प्रयोग

  दिनाँक 28 - 07 - 2022    ।। ॐ  विशारदाय  नमः ।।  हमें हमेशा केवल अच्छे अवसर का ही इंतजार नही करना चाहिए बल्कि हमारे प्रयास सदा वर्तमान परिस्थितियों मे उपलब्ध अवसर को ही अपने समाजिक जीवन , विकास और आजीविका को सुदृढ़ व अनुकूल बनाने के लिये पूर्ण आत्म विश्वास के साथ  करने चाहिये। शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

व्यक्तित्व का आँकलन

  दिनाँक 27 - 07 - 2022     ।। ॐ विजयाक्षाय   नमः ।।  हमें अपने व्यक्तित्व का आँकलन  विशुद्ध रूप से अपने आप के आत्मावलोकन व आत्मविश्लेषण के द्वारा करना चाहिए ना कि उन व्यक्तियों के अनुसार स्वीकार करना चाहिये जो हमारे विषय मे अनेक भ्रम व गलतफहमियां रखते हैं या हमें गलत समझते है। शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

इच्छा शक्त्ति

  दिनाँक 26 - 07 - 2022    ।। ॐ  महाक्षाय  नमः ।।  साहस , धैर्य , जीवटता , लग्न और दृढ़ता जैसे महत्वपूर्ण सद्गुण केवल हमारी इच्छा शक्त्ति के कारण ही हमारे अन्दर स्वतः ही उत्पन्न होते है जो मुश्किल और असंभव लक्ष्यों या उद्देश्यों को हासिल करने मे निर्णायक भूमिका निभाते हैं । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

अपने प्रयास

 दिनाँक 25 - 07 - 2022    ।। ॐ  लोहिताक्षाय   नमः ।।  हम स्वयम अपने प्रयासों से   जब अपनी खुशियों को  ढूंढ कर हासिल करना शुरू कर देते हैं  तब यह निश्चित हो जाता  है कि कोई भी हमारी खुशियों को हमसे कभी भी छीन नही सकता है औऱ ना ही कोई हमें दुःखी कर सकता है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

व्यवहार व प्रतिक्रिया

  दिनाँक 24 - 07 - 2022    ।। ॐ  धरोत्तमाय   नमः ।।  हम अपने व्यवहार व प्रतिक्रिया को इतना सहज व सरल रखे की दुसरो के सुख - दुःख में हमारी भूमिका सहभागिता व सहयोगी की हो ना कि हमारा व्यक्तित्व व चरित्र कभी भी आलोचक, ईर्ष्यालु व वैमनष्य भाव के व्यक्त्ति के रूप मे  नजर आए । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

व्यवहारिक प्रतिक्रिया

 दिनाँक 23 - 07 - 2022    ।। ॐ   सर्वधारिणे  नमः ।।  किसी भी व्यक्त्ति द्वारा  नजरअंदाज किये जाने पर हम कभी भी दुःखी व विचलित ना हो बल्कि इसकी प्रतिक्रिया मे हम अपने अस्तित्व औऱ अहम की गरिमा को संयत व सहज व्यवहार के द्वारा सदैव बनाये रखे तथा फिर उस  व्यक्त्ति से  किसी भी प्रकार की दुबारा कोई आशा भी भविष्य में ना करें । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

आशा

  दिनाँक 22 - 07 - 2022    ।। ॐ  अयज्ञाय   नमः ।।  सूक्ष्म या छोटा-सा शब्द है आशा परन्तु अपने आप मे परिपूर्ण व प्ररेणा की असीमित सम्भावना व  व्यापक अवधारणा को समेटे हुए हैं जो अकल्पनीय व बड़े से बड़े लक्ष्य को साकार रूप देने या पूर्ण सफलता से हासिल करने के लिये हम सभी के लिये महत्वपूर्ण आधार बनता है। शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

सार्थक प्रयास व संतोष

 दिनाँक 21 - 07 - 2022    ।। ॐ  हेमकराय  नमः ।।  वर्तमान मे जो कुछ हमारे पास है उससे हमारा सन्तुष्ट रहना ही हमारी सर्वोत्तम प्रतिक्रिया या व्यवहार है । भविष्य में हमारे पास क्या होगा यह हमारे सार्थक  प्रयास , संघर्ष , साहस ,  मेहनत व  प्रारब्ध के द्वारा  ही निश्चित हो पाता है । अतः भविष्य की चिन्ता करना व्यर्थ है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

सन्तोष या अवसर

  दिनाँक 20 - 07 - 2022    ।। ॐ  हैमाय   नमः ।।  जब भी जिन्दगी के सफर मे हमारे सम्मुख सन्तोष या एक अतिरिक्त अवसर के उपयोग करने की परिस्थिति उत्पन्न  हो तो हम सन्तोष का ही चयन करे क्योंकि सन्तुष्ट जीवन यात्रा में अवसरों की संभावना निरन्तर बनी रहती है जिसका उपयोग अनुकूल समय पर हम कभी भी  कर सकते  है ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

क्षमा

 दिनाँक 19 - 07 - 2022    ।। ॐ  अमराय  नमः ।।  क्षमा करना वह बहुमूल्य औषधी व सद्गुण हैं जिसकी प्रतिक्रिया में मनुष्य के स्वंय के आहत ह्रदय को आध्यात्मिक आराम व सकूँ मिलता है तथा उसकी अपनी शक्त्ति व व्यक्त्तित्व में गुणात्मक बृद्धि होती है साथ ही साथ दोषी व्यक्त्ति को भी सुधरने का सुअवसर मिलता है।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

मधुर जीवन

  दिनाँक 18 - 07 - 2022    ।। ॐ  वासवाय  नमः ।।  यदि हम मधुर जीवन और आत्मिक सुख चाहते है तो हमें मधुर मुस्कान व मुस्कराते हुए जीवन व्यतीत करना होगा परन्तु इसके लिये यह आवश्यक है कि हम  ईर्ष्या, क्रोध, लोभ, अंहकार आदि दुर्गुणों को अपने स्वभाव में कोई जगह ना दें।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

पुरुषार्थ व कर्मनिष्ठा

  दिनाँक 17 - 07 - 2022    ।। ॐ  दुर्वाससे  नमः ।।  हम हमेशा अपने पुरुषार्थ व कर्मनिष्ठा को ही अपने जीवन संघर्ष के लिए अपना प्राथमिक आधार समझे क्योंकि मित्र, बन्धु या हितैषी  हमारे कमजोर पलों और महत्वपूर्ण मुकामों व स्थितियों में हमारा सहयोग तो कर सकते परन्तु लक्ष्य तक का सफर हमे अकेला ही तय करना पड़ता है।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

अंतिम पड़ाव

 दिनाँक 16 - 07 - 2022    ।। ॐ  सर्वचारिणे  नमः ।।  ज़िन्दगी के लम्बे संघर्ष के बाद अंतिम पड़ाव में मनुष्य यह महसूस करता है कि मन-मस्तिष्क की शान्ति के अलावा कोई बड़ा उपहार हो नही सकता था जिसे दूसरों से किसी भी प्रकार की उम्मीद, आशा व अपेक्षा को खत्म करके सहजता से ही प्राप्त किया जा सकता था ।  जिसे पूरी जिंदगी ना समझ सका ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

संवाद की उपयोगिता

  दिनाँक 15 - 07 - 2022    ।। ॐ  सर्ववासाय  नमः ।।  आपसी संवाद की उपयोगिता और उसका तार्किक अर्थ  उसी वक़्त स्वतः ही समाप्त हो जाता है जब हम एक दूसरे के वक्तव्य को समझने व सुनने के बजाय उसका उत्तर देने मे व्यस्त हो जाते हैं।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

सदृढ़ व स्थायी सम्बन्ध

  दिनाँक 14 - 07 - 2022    ।। ॐ  यज्ञ विभागविदे   नमः ।।  सदृढ़ व स्थायी सम्बन्ध सिर्फ इस तथ्य पर ही निर्भर करता है कि एक दूसरे के बीच उत्त्पन्न मतभेद, क्रोध, नाराजगी, उद्विग्नता व ग़लतफ़हमी को हमारे द्वारा कितनी निपूर्णता, व्यवहारिकता व सहजता से दूर किया जाता है  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

व्यवहारिक निष्कर्ष

  दिनाँक 13 - 07 - 2022    ।। ॐ  यज्ञ विभागविदे   नमः ।।  ज़िन्दगी के उतार-चढ़ाव व कड़े अनुभवों का अन्तिम या  व्यवहारिक मूल निष्कर्ष सिर्फ यह है कि शान्त जीवन के लिये दूसरों से शिकायत या गिला-शिकवा करने से कोई फायदा नही है बल्कि हम स्वयम ही अपने कृत्य में धीरे-धीरे व्यवहारिक व अनुकूल सुधार सहजता से करते रहे ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

सर्वोत्तम-मार्ग

  दिनाँक 12 - 07 - 2022    ।। ॐ अतुल्याय   नमः ।।  दूसरों के साथ बिना किसी अपेक्षा , उम्मीद या निर्लिप्त-भाव से जीवन गुजारना ही प्यार, प्रेम, मुहब्बत, मानवता व वात्सल्य का सर्वोत्तम-मार्ग है जो कभी भी मनुष्य के अन्दर ईर्ष्या, द्वेष व दुःख को उत्पन्न भी नही होने देता ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

मुक्त्ति का अलौकिक आनन्द

  दिनाँक 11 - 07 - 2022    ।। ॐ विभागज्ञाय नमः ।।  जो मनुष्य संशयहीन व एकाग्रचित्त होकर संवेदनशील और सचेतन प्राणी के उत्थान के लिये सदैव व्यस्त रहता है और जो सभी पाप कार्यों से परे है,  वही मनुष्य परम् शक्त्ति के सानिध्य में मुक्त्ति का अलौकिक आनन्द प्राप्त कर सकता है। शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

संवाद, प्रतिज्ञा या संकल्प

  दिनाँक 10 - 07 - 2022    ।। ॐ प्रस्कन्दनाय   नमः ।।  हम प्रत्येक सुबह अपने अपनी कर्मनिष्ठा, आत्म-विश्वास और ऊर्जावान शक्त्ति से यह संवाद, संकल्प या प्रतिज्ञा जरूर करें कि मै समर्थ हूँ,  मैं लक्ष्य प्राप्त कर सकता हूँ,  प्रभु मेरे साथ हैं,  मैं विजेता हूँ  और  आज का दिन मेरा है  औऱ यह मेरे लिये ही है। शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

जबाबदेही

  दिनाँक 09 - 07 - 2022    ।। ॐ  सर्वसाधुनिषेविताय  नमः ।।  जब भी हमारे समक्ष जिम्मेदारियों या उत्तरदायित्वों को पूरा करने की जबाबदेही हो तो हम यह सदा स्मरण रखें कि विवेक व कार्यकुशलता के अलावा हमे अपने व्यवहार में सहजता, सहनशीलता व कुलीनता को  भी शामिल करना आवश्यक होता हैं। शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

उल्लाहसित जीवन

 दिनाँक 08 - 07 - 2022    ।। ॐ  दुर्वाससे  नमः ।।  शान्त, मधुर व उल्लाहसित जीवन के लिये हम सभी से उदारता,  प्यार, सदभावना, प्रेम व मित्रता से मिलना शरू करें  या फिर हम एकाकी, उद्वगिन, नीरस, कटु व अवसादपूर्ण जीवन जीने के लिये तैयार रहे तथा दूसरों के कटु, ईर्ष्या, द्वेष व कपटी व्यवहार के लिये भी शिक़ायत ना करें । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

उपयुक्त साधन व अवसर

  दिनाँक 07 - 07 - 2022    ।। ॐ  सांख्यप्रसादाय नमः ।।  जब तक हम यह पूर्ण रूप से समझ ना लें कि आज के उपलब्ध दिन या समय से ज्यादा उपयुक्त साधन व अवसर हमे मिल ही नहीं सकता तब तक हम अपनी सफलता सुनिश्चित या प्राप्त नहीं कर सकते हैं ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

हमारा दृष्टिकोण

  दिनाँक 06 - 07 - 2022    ।। ॐ युधि शत्रुविनाशनाय नमः ।।  जब भी  हमारा दृष्टिकोण प्रतियोगिता या जय - विजय से हटकर ऊर्जावान सकारात्मक समाजिक योगदान की तरफ परिवर्तित होने लगता है तब हमें अपना जीवन उल्लासपूर्ण उत्सव , पारम्पारिक पर्व व आनन्दित समारोह की तरह लगने लगता हैं  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

सत्य व असत्य

  दिनाँक 05 - 07 - 2022    ।। ॐ असुरेन्द्राणां बन्धनाय नमः ।।  हताश व निराश होने कि जरूरत नहीं है कि झूठ या असत्य का बोल-बाला है और सच्चाई या सत्य की स्थिति नाजुक या अनुपयुक्त है। यह व्यवहारिक परिपाटी या अवधारणा है कि झूठ पर तो सभी सहजता से यकीन कर लेते हैं परन्तु  सत्य को पूरी कूबत, ताकत व शक्त्ति से स्थापित या साबित करना होता है  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

धैर्य और अनुकूलता

 दिनाँक 04 - 07 - 2022    ।। ॐ कर्मसर्वबन्धविमोचनाय नमः ।।  जब तक परिस्थिति हमारे अनुकूल नहीं होती है तब तक हम कशमश या भ्रम की स्थिति में मन ही मन मे सदा हँसे,  दुःख व कष्ट में सदैव मुस्कराये  और  अपने आपको यह विश्वास या याद दिलाते रहे कि जो कुछ भी जीवन मे घट रहा है उसका कोई ना कोई कारण भी अवश्य है । इसके परिणामस्वरुप,  सकारात्मक ऊर्जा और स्फूर्ति के साथ आत्मबल व शक्त्ति का संचार हमारे जीवन मे होने लगेगा।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

आलोचना

 दिनाँक 03 - 07 - 2022    ।। ॐ  त्रिकालधृषे  नमः ।।  जब हम दूसरों को परखते या उनकी आलोचना करते है तब हमें कोई भी अपना हितैषी नजर नहीं आता है। परन्तु जब हम दूसरों के आचार-विचार व व्यवहार को समझना शरू कर देते हैं तब प्रत्येक मनुष्य हमे अपना मित्र ,  हितैषी व शुभ चिंतक   नजर आता है  जो हमे आध्यात्मिक शान्ति, स्नेह व सन्तोष का भी बोध देता है।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

सफल मनुष्य

  दिनाँक 02 - 07 - 2022    ।। ॐ  त्रिदशाय  नमः ।।  सफल मनुष्य सिर्फ दो बातों पर ही विश्वास करते हैं प्रथम उसका भविष्य वर्तमान से बेहतर व मधुर है और दूसरा उसे हासिल करने के लिये उसके पास पर्याप्त , उपयुक्त व अनुकूल शक्त्ति, साधनों और परिस्थितियों के आदर्श सामंजस्य के विकल्प भी सदैव उपलब्ध है।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।