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जून, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

लक्ष्य प्राप्ति

 दिनाँक 01 - 07 - 2022    ।। ॐ  तरङ्गविदे नमः ।।  जीवन मे प्रत्येक लक्ष्य को हासिल करना सरल व सम्भव है सिर्फ उसे अपने जीवन की प्रथम प्राथमिकता में पूरे जोश, जनून, मनोभाव, धुन, मनोवेग और जज़्बे से शामिल करना होता है ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

वक़्त

  दिनाँक  30 - 06 - 2022  ।।  ॐ  मालिने  नमः ।।  यह हमें पूर्ण रूप से समझ लेना चाहिए कि जब हम अपने मित्र, बंधु-बांधव, रिश्ते या समाज के लिये वक़्त नही  निकाल पालते तो तब हमें यही वक़्त प्रत्येक दायरे, सोच व संगति से अलग-थलग कर एकाकी जीवन जीने के लिये मजबूर कर देता है।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

प्रतिष्ठा व मान-सम्मान

  दिनाँक  29 - 06 - 2022  ।।  ॐ  मालिने  नमः ।।  हमे ख्याति या प्रतिष्ठा तब ही मिलती है  जब हम अभूतपूर्व कार्य पूर्ण दक्षता से करते है जबकि आदर व मान-सम्मान हमे तब ही मिल सकता है जब हम निःस्वार्थ भाव से मानवीय व सकारात्मक सामाजिक योगदान करते हैं।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

आशा व विश्वास

  दिनाँक  28 - 06 - 2022  ।।  ॐ  गुहाय नमः ।।  आशा व विश्वास के जनक हम स्वयं है यह स्वतः ही हमारे कृत्य से ही उत्पन्न होते है। जब हम वादा करते है तो आशा को जन्म देते है तथा जब हम वादे को निभाते है तो विश्वास को जन्म देते है।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

ज़िन्दगी के रूप

 दिनाँक  27 - 06 - 2022  ।।  ॐ  गुहावासिने नमः ।।  ज़िन्दगी हमेशा मुस्कराहती है जब हम मुस्कराहते है। ज़िन्दगी सदैव दयनीय पीड़ा से गुजरती है जब हम दुःखी होते हैं। लेकिन जिंदगी हमारा एहतराम, स्वागत, सम्मान व अभिवादन बड़ी खूबसूरती से भी करती है जब हम अपने कार्य से दूसरों की ज़िन्दगी में खुशी लाते हैं।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

समाजिक स्वीकार्यता

  दिनाँक  26 - 06 - 2022  ।।  ॐ  व्यालरूपाय  नमः ।।  समाजिक स्वीकार्यता के लिये मनुष्य का धनवान, बुद्धिमान, सुन्दर और निपुण होना जरूरी नहीं  बल्कि सिर्फ वह निःस्वार्थ भाव से दूसरों की सेवा करता रहे तो उसकी स्वीकार्यता स्वतः ही समाजिक वातावरण में पूर्ण रूप से स्थापित हो जाती है ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

व्यक्त्ति का सम्मान

  दिनाँक  25 - 06 - 2022  ।।  ॐ  सर्वातोद्यपरिग्रहाय नमः ।।  हम हर उस व्यक्त्ति का सम्मान व आदर अवश्य करें जिसे सिर्फ हमारी एक मुस्कराहट की ख्वाहिश हो और  हमारे छोटे-छोटे लक्ष्यों की विजय पर भी वह ह्रदय से आनन्दित होता हो परन्तु बड़े-बड़े लक्ष्य हासिल करके उस व्यक्त्ति को निराश या अचिम्भित भी अवश्य करो जिसे हमसे कोई भी उम्मीद ना हो।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

रिश्तों के मूल में

 दिनाँक  24 - 06 - 2022  ।।  ॐ  सर्वतुर्यनिनादिने नमः ।।  मित्रता, बंधुत्व व आपसी सम्बन्धों की सुदृढ़ता और स्थतित्व के लिये यह आवश्यक है कि एक-दूसरे के लिये त्याग, सम्पर्ण, सम्मान व  भरोसा  उनके इन रिश्तों के मूल में सदैव विद्यमान रहे।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

समाजिक योगदान

  दिनाँक  23 - 06 - 2022  ।।  ॐ स्त्रुताय  नमः ।।  यदि हमने बिना किसी आशा या अपेक्षा के निःस्वार्थ व सदभाव से अपने कर्तव्यों व दायित्वों का निर्वाहन किया है तो अपने द्वारा किये गये समाजिक योगदान व कृत्यों के लिये ना तो हमें निराशा होगी औऱ ना ही हमें पछतावा होगा ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

सन्तुष्ट व उत्कृष्ट जीवन

  दिनाँक  22 - 06 - 2022  ।।  ॐ मालिने नमः  ।।  सन्तुष्ट व उत्कृष्ट जीवन जीने के लिये हम धन , सम्पत्ति और ज्ञान अर्जित करने में अपना इतना समय ही लगाए कि सभी अकूत अर्जित धन व समृद्धि का आनन्द व उपयोग हम अपने जीवन मे भी कर सके ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

जीवन की मधुरता

 दिनाँक  21 - 06 - 2022  ।।  ॐ  गुहाय नमः  ।।  जीवन की मधुरता व प्रसन्नता के सम्पूर्ण  दायरे के विषम चक्र को पूर्ण  रूप से एक विरोधिभाषी व दार्शनिक  कथन से भी हम समझ सकते हैं कि अपने अन्दर खुशी ढूंढना आसान नही है तथा कहीं ओर से इसे ढूंढना पाना  सम्भव नहीं है शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

मधुर मुस्कान

  दिनाँक  20 - 06 - 2022  ।।  ॐ  गुहावासिने नमः ।।  हमारी मधुर मुस्कान  हमारे ह्रदय को शीतलता, आंखों में चमक, चहेरे पर तेज और मस्तिष्क को आराम देने का कार्य करती है। जिससे हमारे सभी अंग-प्रत्यंग आवश्यक क्रिया-प्रतिक्रिया के लिये सुचारू रुप से कार्यशील रहते हैं । यही मधुर जीवन का प्रथम चरण है ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

हमारा अंहकार

 दिनाँक  19 - 06 - 2022  ।।  ॐ  व्यालरूपाय  नमः ।।  जिस दिन हम भोर मे जागते समय यह समझने लगे कि प्रभु ने हमे एक ओर अतिरिक्त्त दिन का जीवन  उपहार में सांस लेने, सोचने, आनन्द लेने और प्यार करने के लिये दिया है । उसी दिन ही हमारा अंहकार स्वतः ही खत्म हो जायेगा ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

शान्ति व खुशी

 दिनाँक  18 - 06 - 2022  ।।  ॐ  सर्वातोद्यपरिग्रहाय नमः ।।  यदि हम अपनी जिन्दगी में स्थायी व वास्तविक रूप से शान्ति व खुशी चाहते हैं तो हम किसी दूसरे से छोटी से छोटी खुशी की भी अपेक्षा ना करें तथा अपने पुरुषार्थ पर ही भरोसा करें । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

मानवीय गुण

  दिनाँक  17 - 06 - 2022  ।।  ॐ  सर्वतुर्यनिनादिने  नमः ।।  मनुष्य की स्वयम के व्यवहार की खूबसूरती की प्रमाणिकता और मानवीयता गुण की उपयोगिता उसी पल पूर्ण रूप से पल्लवित हो जाती है जब वह दूसरों की आन्तरिक सकारात्मक शक्त्ति व सुन्दरता को अपने प्रयासों द्वारा उजागर करने में सफल हो जाता है शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

इच्छा शक्त्ति

दिनाँक  16 - 06 - 2022  ।।  ॐ महीचारिणे नमः ।।  इच्छा शक्त्ति ही मानव की सबसे ताकतवर व निर्णायक शक्त्ति होती है जो मानव को उसकी जीवटता , साहस व दृढ़ता को किसी भी प्रकार के लक्ष्य को हासिल करने के लिये उसे विश्वसनीय आवलम्बन या  मजबूत आधार प्रदान करती है। शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की । 

चुनोतियां

 दिनाँक  15 - 06 - 2022  ।।  ॐ बलचारिणे नमः ।।  जीवन चक्र में चुनोतियो का लगातार व क्रमबद्ध चरण में आना उनका स्वाभाविक चरित्र है जबकि इन पर सफलता या असफलता प्राप्त करना हमारी कोशिशों पर ही निर्भर करता है। अतः हम सदा प्रयासरत रहे । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

मानव जीवन की मधुरता

दिनाँक  14 - 06 - 2022  ।।  ॐ  मेंढरजाय नमः ।।  दर्शक जोकर (हास्य कलाकार ) को जोकर की तरह देखकर उसका आनन्द उठाते हैं जबकि जोकर अपने को अभिनेता या कलाकार समझकर अपनी हास्य अभिनय की क्षमता पर नाज करता है। अतः हम सभी दूसरे व्यक्ति हमारे बारे में क्या सोचते हैं इसको नजरअंदाज करते हुए हम अपने जीवन के प्रत्येक पल को अपने व्यक्तित्व की क्षमता व साकारात्मक पक्ष पर  प्रसन्न व आनन्दित होकर जिए। यही मानव जीवन की मधुरता है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की । 

कुशलता व दक्षता

 दिनाँक  13 - 06 - 2022  ।।  ॐ  हिरण्य  कवचोदभवाय  नमः ।।  हमारी व्यवहारिक कुशलता व दक्षता की विशुद्ध प्रमाणिकता तब ही चरितार्थ होती है जब हम उन सभी व्यक्तियों का आदर करने के साथ साथ उनको  कभी भी नजरअंदाज भी नहीं करते है जिन्होंने अपना बहुमुल्य समय निःस्वार्थ भाव से हमारे सुखः -दुःख, उन्नति या देखभाल में लगाया हो। शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

ज़िन्दगी और समस्या

 दिनाँक  12 - 06 - 2022  ।।  ॐ सुसरणाय   नमः ।।  युग-युगान्तर से जीवन के रहस्मयी  मानव जीवन के विषम चक्र का यही विधान है कि ज़िन्दगी ही समस्या है और ज़िन्दगी ही समस्या का समाधान है। अतः वर्तमान के हर पल मे समस्या मे उपलब्ध इसके के समाधान के लिये व्यस्त व प्रयासरत रहे और इसका पूर्ण आनन्द भी ले । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

असन्तुष्ट या दुःखी

  दिनाँक  11 - 06 - 2022  ।।  ॐ  विमोचनाय  नमः ।।  अधिकतर व्यक्त्ति अपने जीवन मे असन्तुष्ट या दुःखी इसलिये नही होते कि वे ज्यादा ऊँचे , बड़े सपने या मुश्किल लक्ष्य को प्राप्त करने में असफल होते हैं बल्कि वो बहुत छोटे - छोटे सपने या आसान लक्ष्य को ही प्राप्त करने मे ही अपने पूरे प्रयास, ऊर्जा या शक्त्ति लगा देते हैं ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

अपेक्षाएँ

दिनाँक  10 - 06 - 2022  ।।  ॐ अमुखाय  नमः ।।  अपेक्षाएँ हमेशा अपने आप से करें क्योंकि ये सदैव हमे नए नए लक्ष्य के लिये प्रेरित करती है जबकि दूसरोँ से की गई अपेक्षाएँ व आशाएँ हमें कष्ट, दुःख व व्यथित ही करती है। मनुष्य के प्रगतिशील व शान्त जीवन का यही मूल मंत्र है।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की । 

प्रगति की ऊंचाइयों

 दिनाँक  09 - 06 - 2022  ।।  ॐ  सर्वगाय  नमः ।।  यदि संसार में प्रगति की ऊंचाइयों को सफलता से अर्जित करना है तो बहुत अच्छी व बड़ी संभावनाओं के अवसर का इन्तजार हम ना करें बल्कि प्रत्येक साधारण अवसर में भी बड़ी संभावनाऔ की तलाश के लिए हम उपयुक्त  व समर्थ प्रयास जारी रखे।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

मानव जीवन

  दिनाँक  08 - 06 - 2022  ।।  ॐ  विभागाय  नमः ।।  समस्याएं, बधाएं व कठिन परिस्थिति सभी मनुष्य के जीवन मे लगभग समान ही होती है । परन्तु इनका सामना करने का स्तर सभी मनुष्य का भी अलग अलग होता है । कुछ इसमे सफल होते है, कुछ इसमे  असफल होते हैं और कुछ इसके  हल के लिये जीवन पर्यन्त संघर्ष करते हैं । यही मानव जीवन है ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

कृतघ्य

 दिनाँक  07 - 06 - 2022  ।।  ॐ  विश्वबाहवे  नमः ।।  हमे उन व्यक्त्तियों के प्रति सदा कृतघ्य होना चाहिए जिन्होंने हमे प्रसन्नता दी व हमारी आत्मा व हमारे विचारों को सात्विकता, आध्यात्मिकता तथा सरलता प्रदान की तथा जिन्होने हमारे जीवन को मनोहर, उन्मुक्त व जीवन्त बनाया । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

धैर्य की शुद्ध परिभाषा

 दिनाँक  06 - 06 - 2022  ।। ॐ  प्रजापतये  नमः ।।  धैर्य की शुद्ध परिभाषा केवल  इन्तजार की क्षमता के स्तर से ही  पूर्ण रूप से विश्लेषित नहीं होती है बल्कि यह विपरीत परिस्थितियों के निदान के लिये प्रतिक्रिया देने  व उपयुक्त समय की अनुकलता के बीच के अन्तराल के दौरान  मनुष्य के अपने आचरण व व्यवहार में सहजता के स्तर से सम्बन्धित होती है।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

मित्र व मित्रता

 दिनाँक  04 - 06 - 2022  ।। ॐ  लयाय  नमः ।।  मित्र व मित्रता को दार्शनिक  नजरिये से इसे इसके विशुद्ध रूप मे  इस प्रकार परिभाषित कर सकते हैं कि इसका मिलना कठिन है,   इसको छोड़ना मुश्किल है   और भूलना तो असम्भव ही है ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

मनुष्य की मानसिकता

 दिनाँक  03  - 06 - 2022   ।। ॐ  गुणबुद्धये  नमः ।।    प्रत्येक मनुष्य जीवन पर्यन्त लगातार निश्चित समय अन्तराल के बाद  नई नई जिम्मेदारियों और समस्याओं के चक्र में अपने आप को उनका निष्पादन या हल करने में अपने अन्तहीन प्रयासों में व्यस्त रखना ही उसकी अपनी विश्वशता या मजबूरी होती है । ये  मनुष्य की अपनी स्वयम की  मानसिकता   पर ही  निर्भर करता है इसे वह बोझ समझे या इसका पूर्ण आनन्द लें ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

संतुष्टि एक मानसिक स्थिति

  दिनाँक  02  - 06 - 2022  ।। ॐ  नक्षत्रविग्रहमतये नमः ।।    सन्तोष या संतुष्टि एक मानसिक स्थिति है जिसे प्राप्त करने के लिये किसी भी प्रकार के शारीरिक प्रयास की आवश्यकता नही होती है अपितु इसको अपने दुराग्रह, पूर्वाग्रह, इच्छाएं, अपेक्षाएँ , गर्व व ईर्ष्या आदि के बीच आदर्श सामंजस्य स्थापित करके ही जिसका अनुभव किया जा सकता है ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।