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मई, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

दुःख का कारण

 दिनाँक  01 - 06 - 2022     ।। ॐ  खलिने  नमः ।।   हम पहले अपनी इच्छाओं को नियंत्रित  करें क्योंकि इच्छा वो केन्द्र बिन्दु है जो पूरी ना हो तो क्रोध को बढ़ता है और अगर पूरी हो जाए तो लोभ को बढ़ता है । दोनों ही स्थितियां हमारी मानसिक शान्ति को प्रभावित करती है जो हमारे विनाश व दुःख का कारण बनती है ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

समस्या का समाधान

  दिनाँक  31 - 05 - 2022    ।। ॐ कालकटंकटाय    नमः ।।     हम यह पूरे विवेक से यह समझ लें कि किसी भी विषय के समाधान के लिए तनाव व चिन्ताग्रस्त रहने से  हमें कुछ भी सकारात्मक नहीं मिलेगा और ना ही परिस्थिति में कुछ अनुकूल परिवर्तन या बदलाव होगा । समस्या के समाधान के लिये हमें सहज रहकर अनुकूल समय पर उचित प्रयास के लिये सिर्फ तत्पर रहने की आवश्यकता है ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

सफल व्यक्त्ति

  दिनाँक  30 - 05 - 2022    ।। ॐ  तालिने  नमः ।।  कर्मनिष्ठ, व्यवहारिक व सफल व्यक्त्ति बिना पछतावे के अपने असफल अतीत को तो स्वीकार करता ही है और पूर्ण आत्मविश्वास के साथ  वर्तमान की चुनोतियाँ को भी स्वीकार करता है तथा बिना किसी डर के अपने भविष्य का सामना करना उनकी प्रकृति मे शामिल होता है ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

मनुष्य की परिभाषा

  दिनाँक  29 - 05 - 2022    ।। ॐ  पणविने नमः ।।  मनुष्य की बोद्धिक परिपक्वता की सर्वोत्तम परिभाषा यह नही है कि वह मनुष्य है इसलिये उसे आध्यात्मिकता  की समझ होती है बल्कि हम इसे सूक्ष्म रूप से समझे कि उसे जन्म से ही आध्यात्मिक अनुभव होता है इसलिये वह मनुष्य है । ऐसा मनुष्य ही प्रत्येक जीव में ब्रह्म की उपस्थिति को महसूस कर सकता है ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

असंतुलित मानसिक व्यक्त्ति

  दिनाँक  28 - 05 - 2022    ।। ॐ वेणविने  नमः ।।  अधम, नीच व असंतुलित मानसिक व्यक्त्ति हमेशा स्वर्गीय मनुष्य के खुबसूरत व सकारात्मक पक्ष को नजरअंदाज करके उसको बिना कारण के कोसता रहता है तथा अपने निजी स्वार्थ के लिये दूसरे के अहित में करने में संलिप्त रहता है ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

सर्वोत्तम पल

  दिनाँक  27 - 05 - 2022    ।। ॐ  बलिने  नमः ।।  यह सत्य तथ्य है कि जब कभी भी किसी पल  हमारे विचार पूर्ण नियन्त्रण में होते है और ह्रदय , चित्त व मन - मस्तिष्क शान्त रहता है तो हम उस पल अपने जीवन के सर्वोत्तम  आध्यात्मिक व सात्विक मानसिक शान्ति के पल का आनन्द लेते  है ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

सम्बन्ध

 दिनाँक  26 - 05 - 2022    ।। ॐ  मुर्द्धगाय नमः ।।  यदि हम अपना जीवन उन्मुक्त, मधुर और उल्हासित बनाए रखना चाहते है तो हम कभी भी निराश व उदासीन व्यक्ति से सम्बन्ध ना रखें और ना ही उनके सानिध्य में रहे तथा उनकी किसी भी प्रतिक्रिया का कोई भी ज़बाब ना दें । साकारात्मक ऊर्जावान  प्रभामण्डल या  वातावररण हमारे चारों ओर स्वतः ही निर्मित हो जाता है जो हमारे विकास व उन्नति का मूल आधार है  ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

विजय

  दिनाँक  25 - 05 - 2022    ।। ॐ  मूर्तिजाय  नमः ।।  दुसरो पर किसी भी स्तर की विजय प्राप्त करने से बेहतर है कि हम अपने अविवेक, कुंठा, दुर्भावना और अवसाद पर विजय प्राप्त करें । जिसका हम स्थायी रूप से शत-प्रतिशत आनन्द उठा सकते हैं । यह भी निश्चित है कि कोई भी इसका लेशमात्र हिस्सा भी छीन नहीं सकता ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

शान्ति व खुशियों

 दिनाँक  24 - 05 - 2022    ।। ॐ  ज्वालिने  नमः ।।  यदि हम अपने सात्विक विचारों के प्रति ईमानदार है और अपने एहसास व  भावनाओं में शुद्धता रखते है तो हमें शान्ति व खुशियों के पीछे दौड़ने की कोई आवश्यकता नहीं है ये स्वतः ही अपने आप हमारे पास आ जायेगी।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

सम्पन्नता और उसके प्रभाव

दिनाँक  23 - 05 - 2022     ।। ॐ  जटिने  नमः ।।   सम्पन्नता और उसके प्रभाव को हम दो प्रकार से परिभाषित कर सकते हैं प्रथम भौतिक व धन की सम्पन्नता अहंकार को जन्म देती है जो कुछ समय अन्तराल बाद व्यक्त्ति के नाश का कारण बनता है इसके विपरीत मन-मस्तिष्क में सात्विक विचारों की सम्पन्नता संस्कार को जन्म देती है जो व्यक्त्ति के चरित्र को पीढ़ी दर पीढ़ी समाज के लिये अनुकरणीय बना देती है।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की । 

उत्कृष्ट व्यक्त्तित्व

 दिनाँक  22 - 05 - 2022     ।। ॐ   मुण्डिने   नमः ।।   हमारे उत्कृष्ट व्यक्त्तित्व की सर्वोच्चता तभी प्रखर रूप से  परिलक्षित होती है जब कोई व्यक्त्ति हमें छोड़कर जाये तो हमे भुला ना सके और इसका पछतावा महसूस करे तथा सभी वर्गों के व्यक्त्ति हमारे सानिध्य को पाने के लिये सदा उत्सुक व लालियत रहे । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

सुखमय जीवन का मूल आधार

 दिनाँक  21 - 05 - 2022     ।। ॐ  शिखिने  नमः ।।  वास्तव में हमारी सभी व्यक्तिगत, सामाजिक और आर्थिक समस्याएं ही हमारी अपनी उन्नति, विकास व सुखमय जीवन का मूल आधार है सिर्फ इन्हे हल करने के लिए ईमानदार व सार्थक प्रयासों में हमे अपने आपको सदैव व्यस्त रखना होता है  ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

अबोध बालक की प्रसन्नता

 दिनाँक  20 - 05 - 2022    ।। ॐ   सर्वविग्रहाय नमः ।।  हम सदा प्रसन्न रहना चाहते है तो अबोध बालक की तरह बिना किसी विशेष कारण के भी खुश रहना सीखे। यदि हमारी खुशी के पीछे कोई घटना या कारण निहित है तो हम यह भी समझे कि यह कारण निकट भविष्य में किसी दुःख को भी आमंत्रित कर सकता है अतः हम अपने आपको सदा सहज व सरल रखें । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

सहमति के बिन्दु

  दिनाँक  19 - 05 - 2022    ।। ॐ  सिद्धये  नमः ।।   आपसी सहयोग, विश्वास और सदभावना के मजबूत आधार लिये यह अति आवश्यक है कि हमारे व्यवहार के मूल में एक दूसरे के विचारो से असहमत होते हुए भी विचारों में सहमति के बिन्दुओ के अस्तित्व को ढूंढने का प्रयास भी सदैव बना रहे ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

खामोश व शान्त प्रकृति

 दिनाँक  18 - 05 - 2022     ।। ॐ  ज्योतिषामयनाय  नमः ।।   मानवीय जीवन का यह दार्शनिक परन्तु सत्य पक्ष है कि खामोश व शान्त प्रकृति के व्यक्त्ति के व्यक्त्तित्व व उसके व्यवहार के प्रत्येक पहलू के बारे मे गहन चर्चा का विषय बुद्धिमान व्यक्त्तियों की आपसी वार्ता के दरम्यान हमेशा बना रहता है ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

निन्दा और आलोचना

  दिनाँक  17 - 05 - 2022    ।। ॐ  विजयकालविदे  नमः ।।    यदि मानव अपनी निन्दा और आलोचना सुन लेने के बाद भी शान्त रहता है तो मनुष्य के व्यक्तित्व की समाज मे स्वीकार्यता तो बढती ही है इसके  साथ साथ उसकी प्रगति व विजय भी सुनिश्चित हो जाती है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

उन्नति , शान्ति व विकास

 दिनाँक  16 - 05 - 2022    ।। ॐ  जन्याय  नमः ।।    सकारात्मक, आध्यात्मिक, समाजिक, प्रगतिशील व सहभागिता के विचारों के मजबूत और दृढ़ आधार के द्वारा ही व्यवहारिक जीवन में  हम उन्नति व विकास के साथ साथ मानसिक शान्ति भी निश्चित रूप से  प्राप्त कर सकते हैं ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

सौम्य भविष्य

 दिनाँक  15 - 05 - 2022     ।। ॐ  महातेजसे  नमः ।।     प्रत्येक दिन सुव्यवस्थित और योजनाबद्ध ढंग से अपने कार्य को यदि हम निष्पादित करते है तो  हम वास्तविक और यथार्थ रूप से अपने उज्जवल, सुरक्षित, शान्त व सौम्य भविष्य की ओर धीरे-धीरे अग्रसर होना शरू कर देते है ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

निरादर

 दिनाँक  14 - 05 - 2022     ।। ॐ    उग्रतेजसे  नमः ।।     हम किसी भी व्यक्त्ति की संवेदनाओं, भावनाओं व जज्बातों का कभी निरादर,  हँसी या मज़ाक ना उड़ाएं और ना ही उनको नज़रअन्दाज करें क्योंकि हमारे इस कृत्य से उनके अहम को तो चोट पहुँचती है साथ ही साथ उनको  मानसिक दुःख या कष्ट भी होता है  जिसका हम रतीभर अनुमान नही लगा सकते हैं।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

मित्रता

 दिनाँक  13 - 05 - 2022     ।। ॐ  हुताशनाय    नमः ।।   मित्रता की सूक्ष्म व ब्रह्र्द परिभाषा के दायरे के अन्तर्गत स्वार्थ व अविश्वास की भावना के लिये कोई स्थान नहीं होता है बल्कि इसकी जगह आपसी विश्वास व सदभाव का मजबूत आधार निहित होता है जो खुशी व सकंट के समय पूर्ण गम्भीरता के साथ सभी दायित्वों व कर्तव्यों का निर्वाहन करता है। शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

पात्रता व योग्यता

 दिनाँक  12 - 05 - 2022    ।। ॐ   प्रशान्तात्मने   नमः ।।  ब्रह्माण्ड में कोई भी शक्त्ति हमारे प्रयासो को किसी भी प्रकार के मानको, लक्ष्यों और भौतिक वस्तुओं को हासिल करने में असफल नहीं कर सकती है यदि हमें अपने पर पूर्ण विश्वास हो कि हम इसके लिये समुचित पात्रता व योग्यता रखते है  । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

प्रभाव

  दिनाँक  11 - 05 - 2022     ।। ॐ  हुताशनसहायाय   नमः ।।   हमारी सोच, विचार, गुण व व्यवहार बेशक अदृश्य या निराकार रूप में होती  है फिर भी इनकी छाप, स्मृति या प्रभाव दुसरों के ह्रदय मे सदा विराजमान रहती है। अतः हम सदैव ध्यान रखें कि हमारे विचार व कर्म सदा सर्वोत्तम मानवीय मूल्यों के अनुसार ही हो ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

भाषा व अभिव्यक्ति

  दिनाँक  09 - 05 - 2022    ।। ॐ  वडवामुखाय  नमः ।।  वात्सल्य, करुणा और दया को व्यक्त करने के लिये किसी भी प्रकार के प्रयास की आवश्यकता नही होती है इसकी भाषा व अभिव्यक्ति ह्रदय-स्पर्शी होती है इसे बहरा व्यक्त्ति भी सुन सकता है तथा अंधा व्यक्त्ति भी देख सकता है। शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

प्रसन्न व खुश रहना

  दिनाँक  08 - 05 - 2022    ।। ॐ  समुद्राय  नमः ।।  हम सदा प्रसन्न व खुश रहना चाहते है तो अबोध बालक की तरह बिना किसी कारण के खुश रहना सीखे। यदि हमारी खुशी के पीछे कोई घटना या कारण निहित है तो हम यह आवश्य समझे कि निकट भविष्य में यह घटना  किसी दुःख को भी आमंत्रित कर सकती है। शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

भय का सामना

  दिनाँक  07 - 05 - 2022     ।। ॐ  यज्ञाय  नमः ।।  यह हम पर निर्भर करता है कि हम किसी भी स्तर के भय का सामना करने के लिये कौन सा विकल्प चुनते हैं । प्रथम  सभी कुछ त्याग कर स्थिति से पलायन की नीति को अपनाते हैं या प्रतिकूल स्थिति का सामना पूर्ण  जीवटता से करके भय पर विजय प्राप्त करके उन्नति के पथ को अपनाते हैं । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

शिक्षा का अभिप्राय

 दिनाँक  06 - 05 - 2022    ।। ॐ  विष्णुप्रसादिताय नमः ।।  शिक्षा का अभिप्राय केवल तथ्य व ज्ञान अर्जित करने तक ही सीमित नही होता है बल्कि शिक्षा दिमाग, मस्तिष्क, व ह्रदय को उचित निर्णय लेने के विषय मे तार्किक तथा व्यवहारिक आधार पर सोचने, समझने व विचार करने का स्वालम्बन व शक्त्ति देने से सम्बन्धित होती है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

प्रगाढ़ व सच्चे सम्बन्ध

 दिनाँक  05 - 05 - 2022     ।। ॐ   कर्मकालविदे नमः ।।  कोई भी व्यक्त्ति पूर्ण व दक्ष नही होता है इसलिये उससे कभी भी कुछ गलतियों व आपसी असहमितियो के कारण उससे अपने प्रगाढ़ व सच्चे सम्बन्धों को खत्म ना करें क्योंकि व्यक्त्ति का प्यार, प्रेम, दुलार व वात्सल्यपूर्ण सानिध्य हमेशा किसी भी स्तर की दक्षता व पूर्णता से सदैव बेहतर होता है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

संभव और असंभव

 दिनाँक  04 - 05 - 2022     ।। ॐ  सहायाय नमः ।।  संसार मे कुछ भी असम्भव नहीं होता  है  संभव और असंभव के बीच की दूरी केवल व्यक्ति के अपने  निश्चय, धैर्य, जीवटता, तथा  उचित प्रयास के विलम्ब व तीव्रता के स्तर पर ही निर्भर करती है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।

अनबुझ भाषा व मधुर मनमोहक संगीत

 दिनाँक  03 - 05 - 2022    ।। ॐ  हर्यश्वाय  नमः ।।  कलियों के खिलने , नदी की अटखेलियाँ, पहाडों की खामोशी, भौंरों व तितलियों की मस्ती,  हवा का मस्त संगीत,  पक्षियों का कलरव, बादलो का शोर, बारिश की बूदों का अल्हणपन, जेठ की गर्मी की तपिश, वीरान रास्ते की बैचनी आदि आदि की अनबुझ भाषा व मधुर मनमोहक संगीत का यदि हमने आनन्द ले लिया तो हम दुनिया के सबसे बड़े खुशनसीब आदमी है शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।